दस्तक टाइम्स /एजेंसी
नई दिल्ली: सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्रियों राजीव गांधी और इंदिरा गांधी की तस्वीरों वाले डाक टिकटों को बंद करने का निर्णय लिया है। एनडीए सरकार ने डाक टिकटों के संदर्भ में विषय वस्तु के रूप में आधुनिक भारत के निर्माताओं (बिल्डर्स ऑफ मॉडर्न इंडिया) के स्थान पर भारत के निर्माता (मेकर्स ऑफ इंडिया) रखा है।आधुनिक भारत के निर्माताओं की श्रेणी के तहत इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की तस्वीरों वाले डाक टिकट चल रहे थे, हालांकि जवाहर लाल नेहरू, बी.आर. अंबेडकर, मदर टेरेसा की तस्वीरों वाले डाक टिकटों को अक्षुण्ण रखा गया है। नई विषय-वस्तु के तहत श्यामाप्रसाद मुखर्जी, दीनदयाल उपाध्याय, नेताजी सुभाषचंद्र बोस, सरदार वल्लभ भाई पटेल, शिवाजी, मौलाना आजाद, भगत सिंह, जयप्रकाश नारायण, राममनोहर लोहिया, विवेकानंद और महाराणा प्रताप जैसी प्रसिद्ध हस्तियों की तस्वीरों वाले डाक टिकट लाए गए हैं। एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि यह नियमित प्रक्रिया है। डाक टिकटों में जुड़ने और घटने का काम विषय-वस्तु के आधार पर होता रहता है। इसी माह के प्रारंभ में संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा था कि उन्होंने विभागों को देशभर के डाकघरों में नियमित इस्तेमाल के लिए मशहूर हस्तियों पर डाक टिकट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। इस बीच कांग्रेस ने इंदिरा गांधी एवं राजीव गांधी की स्मृतियों में जारी डाक टिकटों को बंद करने के सरकार के फैसले पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि यह प्रदर्शित करता है कि प्रतिशोध की राजनीति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की घृणा चरम पर पहुंच गई है।