इजरायल से ड्रोन खरीदने की कवायद तेज
दस्तक टाइम्स/एजेंसी
नई दिल्ली। भारत ने इजरायल से हथियारों से लैस किए जा सकने वाले ड्रोन खरीदने की कवायद तेज कर दी है। करीब 2600 करोड़ रुपये में दस हेरॉन ड्रोन की खरीद की उम्मीद है। ऐसे ड्रोन की मदद से सेना विदेशी जमीन पर कम जोखिम के साथ हमला करने की क्षमता से लैस होगी। भारत ने कश्मीर के दुर्गम इलाकों में और चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर निगरानी में सक्षम इजरायली ड्रोन पहले ही तैनात कर रखे हैं, लेकिन वे हथियारों से लैस नहीं हैं। हाल ही में पाकिस्तान ने स्वदेशी ड्रोन से कबायली इलाकों में आतंकवादियों पर हमला कर ऐसी तकनीक होने का संकेत दिया था। चीन ने भी ऐसे सैन्य ड्रोन की एक टुकड़ी तैयार कर ली है।
सूत्रों के अनुसार सेना ने जनवरी में सरकार को इनकी आपूर्ति में तेजी लाने के लिए पत्र लिखा था। सितंबर में सरकार ने वायुसेना के आग्रह को स्वीकार करते हुए इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (आईएआई) से दस हेरॉन टीपी ड्रोन खरीदने के अनुरोध को मंजूरी दे दी थी। इन ड्रोन को जमीन पर मौजूद लक्ष्यों को निशाना बनाने के लिए हथियारों से लैस किया जा सकता है। रक्षा विश्लेषक गुरमीत कंवल ने कहा कि 2016 के अंत तक हेरोन ड्रोन मिलने के बाद वायुसेना दुश्मन की सीमा के काफी अंदर तक हमला करने की ताकत से लैस हो जाएगी।