ज्ञान भंडार
सोते समय AK-47 का ट्रिगर दबा, हंसराज हंस के गनमैन को लगी गोलियां
जालंधर। सूफी गायक हंसराज हंस की सुरक्षा में तैनात गनमैन जसबीर सिंह की एके-47 की गोली लगने से मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि सोते समय ट्रिगर दब गया होगा। एके-47 की सारी बरस्ट खाली हो गई। सिविल अस्पताल के तीन मेंबरी मेडिकल बोर्ड ने कहा कि शुरुआती जांच में सुसाइड लग रहा है। बरस्ट के 25 में से 22 खोल मिले हैं। घटना गुरुवार रात करीब 12:15 बजे की है।
गायक के घर के गेट पर बने टैंट में गनमैन जसबीर (51) सो रहा था। फोल्डिंग बैड सड़क के किनारे पर ही था। हेड कांस्टेबल गुरबख्श सिंह ने कहा, वह ड्यूटी देकर जा चुका था। रात सवा 12 बजे वहीं काम करने वाले दविंदर ने गोलियों की आवाज सुनी। तंबू में जाकर देखा तो जसबीर खून से सना पड़ा था। कई गोलियां तंबू और वहां टंगे कपड़ों के आरपार हुई थी। गन हाथ में थी। जब गोली चली हंस के भाई अमरीक और बेटा युवराज घर ही थे। हंस ब्यास डेरे गए थे। थाना चार के एएसआई अजिंदर कुमार ने कहा कि हो सकता है जसबीर से बंदूक का लॉक खुला रह गया हो। रात में ठोड़ी के नीचे बंदूक लगाकर सो रहा हो। नींद में ट्रिगर दब गया होगा जिससे सारी बरस्ट खाली हो गई। जब मैं मौके पर पहुंचा तो जसबीर का अंगूठा ट्रिगर के बीच फंसा था। इससे लगता है कि ये सुसाइड नहीं है, बल्कि नींद में ट्रिगर दब होगा। एके-47 की बरस्ट में 25 गोलियां थीं। हमें 22 गोलियों के खोल मिले हैं।
तरनतारन के गांव तुंग के जसबीर का बड़ा बेटा जीतविंदर सिंह (22) बीसीए करने के बाद न्यूजीलैंड गया था। छोटा बेटा मनिंदरवीर सिंह अमृतसर में बीटेक कर रहा है। पत्नी अमरजीत कौर प्राइमरी स्कूल में टीचर है। छोटा भाई सुखविंदर सिंह सबराए चौकी इंचार्ज है।