शैलेन्द्र अग्रवाल की मुलायम सिंह से वार्ता होने के तथ्य सामने आये : नूतन
दस्तक टाइम्स/एजेंसी
आगरा के शैलेन्द्र अग्रवाल के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण तथ्य सामने आये हैं जिन्हें सेंटर फॉर सिविल लिबर्टीज उसके खिलाफ सीबीआई जाँच कराये जाने हेतु दायर पीआईएल में अपने हलफनामे में इलाहबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच के सामने प्रस्तुत कर रहा है । अधिवक्ता डॉ नूतन ठाकुर ने बताया कि शैलेन्द्र अग्रवाल के कई बड़े पुलिस अफसरों के अलावा मुलायम सिंह और अखिलेश यादव से भी बात होने के साक्ष्य शामिल हैं । 01 मई 2015 को शैलेन्द्र की गिरफ़्तारी के दिन क्रेजीबॉल सपोर्ट कंपनी द्वारा डीआईजी आगरा को भेजी गयी । रिपोर्ट के अनुसार उसने न सिर्फ डीजीपी बन कर दरोगा विजय सिंह से बात की थी । बल्कि 22 अप्रैल 2015 को फोन नंबर 0522-2236838 तथा 0522-2235477 पर भी उसने करीब चार मिनट बात की थी जो क्रमशः अखिलेश यादव और मुलायम सिंह के नंबर हैं, यह अलग बात है कि उसने यह फोन अपने फोन को न्यूज़ीलैण्ड हाई कमीशन का नंबर दिखाते हुए किया था । इसके अलावा श्वेता सिंह के मुकदमे में आगरा पुलिस के केस डायरी संख्या 13 में 01 दिसंबर 2014 से 22 अप्रैल 2015 के बीच शैलेन्द्र अग्रवाल के फोन नंबर से जिन लोगों की बात हुई उनमे पूर्व डीजीपी ए एल बनर्जी, तत्कालीन डीजी ट्रेनिंग ए के जैन सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अफसरों के नंबर शामिल हैं. । डॉ ठाकुर के अनुसार विवेचना में शैलेन्द्र के कई बैंक अकाउंट के डिटेल्स भी सामने आये हैं जिनमे दस लाख से पचास लाख नकद डालने और निकालने की बात सामने आई है पर विवेचना में उन पर कोई गौर नहीं किया गया है । उन्होंने कहा कि पूरी विवेचना में कहीं भी पूर्व डीजीपी ए एल बनर्जी और ए सी शर्मा की भूमिका के बारे में कोई भी जाँच नहीं की गयी है । उन्होंने कहा कि इन सभी तथ्यों के आधार पर मामले की सीबीआई विवेचना की मांग की जाएगी.