सुरक्षा बलों ने सुकमा मुठभेड़ में महिला नक्सली समेत दो को किया ढेर
रायपुर : सुरक्षा बलों ने छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में मुठभेड़ में एक महिला नक्सली समेत दो नक्सलियों को मार गिराया है। राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने आज यहां बताया कि जिले के कोंटा थाना क्षेत्र के अंतर्गत कन्हाईगुड़ा गांव के जंगल में डीआरजी के दल ने दो नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया। अधिकारियों ने बताया कि कोंटा थाना क्षेत्र में सुरक्षा बलों को गश्त पर रवाना किया गया था। जब पुलिस दल कन्हाईगुड़ा गांव के जंगल में था तब नक्सलियों ने पुलिस दल पर गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। उन्होंने बताया कि कुछ देर तक दोनों ओर से गोलीबारी के बाद नक्सली वहां से फरार हो गए। बाद में जब पुलिस दल ने घटनास्थल की तलाशी ली तब वहां से एक महिला नक्सली समेत दो वर्दीधारी नक्सलियों के शव और दो हथियार बरामद किए गए। उन्होंने बताया कि इस संबंध में अधिक जानकारी ली जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि बस्तर क्षेत्र के सात जिले बस्तर, सुकमा, दंतेवाड़ा, नारायणपुर, कोंडागांव और कांकेर जिले में इस महीने की 28 तारीख से 3 अगस्त के मध्य नक्सली शहीद सप्ताह मना रहे हैं। इसे देखते हुए क्षेत्र में सुरक्षा बलों को सतर्क कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि सुरक्षा बल क्षेत्र में लगातार सूचना आधारित अभियान चला रहा है जिसके कारण इस मानसून में भी पुलिस को सफलता मिल रही है। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने बस्तर जिले में 27 जुलाई को तीन महिला नक्सली समेत सात नक्सलियों को मार गिराया था। प्रशासन भी शिवभक्तों के सुलभ जलार्पण के लिए पूरी तरह मुस्तैद है। प्रशासन ने दूसरी सोमवारी को तीन लाख से अधिक कांवड़ियों के आने की सम्भावना जतायी है।
रविवार दोपहर बाद से ही पूरे कांवड़िया पथ में कांवड़ियों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि देखी गयी। प्रशासन ने रविवार व सोमवार को शीघ्रदर्शनम की व्यवस्था बंद कर दी है। साथ ही श्रावणी मेला के दौरान डाक बम के लिए भी प्रशासन की ओर से कोई विशेष सुविधा बंद रखी गयी है। सोमवार को भी कूपन की व्यवस्था पूरी तरह से बंद रखा जायेगा। सेामवार को होने वाली भक्तों की भीड़ लेकर पहले ही मुकम्मल तैयारी कर ली गयी थी। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रविवार शाम से ही सभी पदाधिकारियों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया था। सभी प्वाइंट पर पर्याप्त संख्या में सुरक्षा कर्मी की तैनाती की गयी थी। कांवड़ियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा था। भीड़ को लेकर रविवार शाम से ही डीसी राहुल सिन्हा, एसपी नरेन्द्र सिंह पूरे रूट लाइन में घूम-घूमकर व्यवस्था का जायजा ले रहे थे। जहां कहीं कमी नजर आ रही थी, उसे दूर करने की कोशिश की जा रही थी।