सोने व जागने की नियमित दिनचर्या से सेहत को लाभ
जल्दी सोने और उठने से सेहत को कई सारे फायदे होते हैं, जो इस प्रकार हैं :
खाने की हेल्दी आदतें
देर से उठने वाले लोगों को ब्रेकफास्ट करने का मौका नहीं मिल पाता या फिर नाश्ते का सही वक्त ही निकल जाता है। ब्रेकफास्ट नहीं करने से शरीर को आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति नहीं हो पाती, जो सुबह कार्य करने की ऊर्जा और एकाग्रता प्रदान कर सकते हैं। आपका शरीर छह से आठ घंटे के उपवास पर होता है और इस फास्ट को कुछ हेल्दी फूड के जरिए तोड़ने की जरूरत होती है। जब आप ब्रेकफास्ट ना करके सीधे खाना खाते हैं तो ओवरईटिंग का खतरा बढ़ जाता है।
मानसिक सेहत अच्छी होती है
सुबह उठने के बाद पहला घंटा आप किस तरह से बिताते हैं उससे आपका पूरा दिन तय होता है। जल्दी उठने पर आपको अपना काम समय पर पूरा करने का वक्त मिलता है और अतिरिक्त भागदौड़ करने से बच जाते हैं। इससे मस्तिष्क पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। शोधों में यह बात सामने आई है कि जो लोग सुबह जल्दी उठते हैं वो अधिक आशावादी होते हैं और अपने जीवन से अधिक संतुष्ट भी। लेकिन जो लोग रात में देर तक जगते हैं उनमें डिप्रेशन और अन्य साइकोलॉजिकल समस्याएं अधिक होती हैं।
व्यायाम के लिए मिलता है अधिक समय
जो लोग जल्दी उठते हैं उनका वर्कआउट मिस होने का खतरा कम रहता है। वैसे काम के बाद भी वर्कआउट करना नुकसानदायक नहीं होता लेकिन सुबह ही अपना वर्कआउट कर लेने से दिनभर की थकान के बाद वर्कआउट करने का दबाव नहीं रहता। यदि आपको सुबह उठने में परेशानी हो रही है और आलस भगाने में परेशानी हो रही है तो फिर उस स्थिति के लिए भी सुबह व्यायाम करना हेल्दी विकल्प होता है। इससे शरीर को ऊर्जा मिलती है और एक बेहतर दिन की शुरुआत होती है।
कार्यक्षमता बेहतर होती है
सुबह जल्दी उठने से आप बिना किसी रुकावट के अपना काम अच्छी तरह से कर पाते हैं। बेहतर नींद लेने के बाद आपका दिमाग चार्ज हो जाता है और कार्य करने को तैयार रहता है। निर्णय लेने की क्षमता भी बेहतर होती है। शुरुआत में भले ही सुबह उठना झंझट भरा हो सकता है लेकिन धीरे-धीरे आपका शरीर इसका अभ्यस्त हो जाता है।
भरपूर नींद ले पाते हैं
सुबह जल्दी उठने से नींद की क्वालिटी सुधरती है। इससे सुबह जल्दी उठने की आदत भी बेहतर होती है। यदि आप सुबह जल्दी उठेंगे तो इससे आपको जल्दी सोने की आदत भी पड़ जाएगी। स्लीप एक्सपर्ट के अनुसार नींद का एक रूटीन तय करने से शरीर के इंटरनल क्लॉक को भी एक रूटीन तय करने में आसानी होती है। इससे नींद की क्वालिटी प्राकृतिक रूप से सुधरती है।
इससे उठ पाएंगे जल्दी
- अपने सोने-उठने के रूटीन में एकदम से बदलाव ना करें। धीरे-धीरे इसकी शुरुआत करें, 15 से 20 मिनट पहले उठने की आदत से शुरू करें।
- सुबह जल्दी उठने के लिए रात को जल्दी सोने की आदत भी डालनी होगी। रात में सोने से पहले टेलीविन देखने से बेहतर है कि किताब पढ़ें इससे नींद जल्दी आएगी और आप सही समय पर सो पाएंगे।
- अलार्म क्लॉक को हाथ की पहुंच से दूर रखें, जिससे अलार्म को बंद करने में सहूलियत ना हो। अलार्म क्लॉक दूर रखने से आपको नींद के आगोश से निकलने में मदद मिलेगी।
- सुबह के समय कुछ ऐसे जरूरी काम करने के लिए रखें जिन्हें सुबह जल्दी उठकर करना पड़े। इस कारण से भी सुबह जल्दी उठने की आदत पड़ जाएगी।