दस्तक टाइम्स/ एजेंसी. नई दिल्ली( 10 अक्टूबर):देश के सबसे बड़े घोटाले में से एक व्यापमं घोटाले मामले में सुप्रीम कोर्ट ने पूछा है कि इस मामले में हो रहीं मौतें अचानक रुक कैसे गईं? इस घोटाले की जांच फिलहाल सीबीआई कर रही है और सुप्रीम कोर्ट इसकी निगरानी कर रहा है।
बता दें कि याचिकाकर्ता मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और आनंद राय ने आरोप लगाया था कि स्टेट पुलिस की जांच के दौरान इस घोटाले से जुड़े 42 लोगों की रहस्यमय तरीके मौत हुई है। चीफ जस्टिस एचएल दत्तू की बेंच ने यह मामला सीबीआई को सौंप दिया था और 9 जुलाई से इस पर नजर बनाए हुए है। कोर्ट ने कहा था कि हम नहीं चाहते कि अब इस मामले से जुड़े एक भी शख्स की मौत हो।
शुक्रवार को जस्टिस दत्तू, एसए बोब्डे और अमिताव रॉय की बेंच ने 9 जुलाई को दिए अपने कमेंट को याद करते हुए कहा कि स्कैम में उसके बाद किसी की भी मौत नहीं हुई। सीजीआई ने कहा कि मैं देख रहा हूं कि जब से कोर्ट ने सीबीआई को जांच सौपी है और जांच की निगरानी करने का फैसला किया है तब से एक भी मौत की जानकारी नहीं। अटर्नी जनरल मुकुल रोहतगी मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान की ओर से पैरवी कर रहे हैं। उन्होंने कहा था कि 42 मौतों का आरोप पर्नसली मुझे अजीब बात लग रही है।
सीबीआई की ओर से मौजूद सॉलिसिटर जनरल रंजीत कुमार और एडिशनल सॉलिसिटर जनरल महिंद्र सिंह ने कोर्ट को बताया कि पिटीशनर्स की ओर से 34 मौतों की जानकारी दी गई थी। एजेंसी ने इन मामलों की जांच शुरू कर दी। इन मौतों के पीछे के कारणों और हालातों का भी पता लगाया जा रहा है कि क्या इनका स्कैम से कोई लिंक है। कुमार ने बताया कि एजेंसी ने कोर्ट के ऑर्डर पर व्यापमं से जुड़े सभी 184 मामलों को अपने हाथ में ले लिया है। इसमें 72 केस भी शामिल हैं जिसमें स्टेट पुलिस ने चार्जशीट फाइल की थी।