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हिमाचल की जमीन पर जेएंडके का कब्जा, लोगों को दे दी जमीन

himachal-561ca1a81c2a9_exlstदस्तक टाइम्स/एजेंसी:  जम्मू-कश्मीर ने लाहौल में हिमाचल की सीमा पर शिंकुला टॉप से 18 किलोमीटर भीतर पलमो ब्रिज तक कब्जा कर लिया है। यहां पर जेएंडके सरकार ने लोगों को पट्टे भी अलॉट कर दिए हैं। जब इस बात की भनक लाहौल-स्पीति जिला प्रशासन को लगी तो बॉर्डर क्षेत्र का दौरा किया गया। इस दौरान टीम को जम्मू के लोगों ने पट्टों के बाकायदा खसरा नंबर भी दिखाए।

लाहौल जिला प्रशासन का कहना है कि सर्वे ऑफ इंडिया के मैप के अनुसार शिकुंला टॉप तक हिमाचल का बॉर्डर है। बता दें कि जेएंडके इससे पहले भी सरचू बॉर्डर पर 17 किलोमीटर क्षेत्र में हिमाचल की सीमा पर कब्जा जमाए हुए है। यह मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। हिमाचल सरकार ने हाल ही में शिंकुला दर्रे तक बीआरओ के माध्यम से कच्ची सड़क बनाई है।

 

बॉर्डर पर बीआरओ की ओर से वेलकम इन हिमाचल का बोर्ड लगाने की योजना है। बीआरओ के कर्नल केपी राजेंद्र ने गेट लगाने की पुष्टि की है। यही नहीं, हिमाचल सरकार की अगले वर्ष तक शिंकुला टॉप में पुलिस पोस्ट स्थापित करने की योजना भी है। अब जेएंडके की ओर से कब्जा करने पर यह संभव होता नहीं दिख रहा है।

सवाल यह है कि बॉर्डर पर कब्जा होता रहा और लाहौल जिला प्रशासन गहरी नींद में सोया है। उपायुक्त लाहौल-स्पीति हंसराज चौहान ने बताया कि सात अक्तूबर को हमारी टीम ने कब्जा किए हुए क्षेत्र का दौरा किया है। जेएंडके 18 किमी तक हिमाचल के क्षेत्र में घुस आया है। इस बारे हिमाचल और जम्मू-कश्मीर सरकार को लिखा जा रहा है। सर्वे ऑफ इंडिया मैप के अनुसार शिंकुला टॉप तक हिमाचल का बॉर्डर है।

सरचू में क्या है विवाद
जेएंडके सरचू बार्डर से 17 किलोमीटर आगे हिमाचल की ओर बढ़ चुका है। मामला न सुलझने पर हिमाचल सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। सरचू मामले की सुनवाई 17 सितंबर को थी जो टल गई है। हिमाचल सरकार ने इस मामले को नेशनल ट्राइबल कमीशन के समक्ष भी उठाया है। डीएफओ लाहौल एचएल राणा ने इसकी पुष्टि की है।

 

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