सुब्रह्मण्यम स्वामी ने किया दावा- नेता जी की मौत विमान दुर्घटना में नहीं हुई
दस्तक टाइम्स/एजेंसी-
नई दिल्ली: नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी सीक्रेट फाइलों को लेकर मामला लगातार गरमाता जा रहा है। इसी सिलसिले में गत बुधवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस के परिवार के सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सात रेसकोर्स रोड स्थित उनके निवास पर मुलाकात की। यह मुलाकात पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा नेताजी से संबंधित दस्तावेजों को सार्वजनिक करने के मद्देनजर हुई है। वहीं दूसरी ओर भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुब्रह्मण्यम स्वामी ने दावा किया है कि नेता जी की मौत विमान दुर्घटना में नहीं हुई थी। सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि जब वे केंद्रीय कानून मंत्री थे, उस दौरान उन्होंने सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी सीक्रेट फाइलें देखी थीं। स्वामी ने दावा किया कि उस दौरान जापान ने एक बार भारत से कहा था कि वह रेनकोजी टेंपल से नेता जी की अस्थियों की राख ले जाए। सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि गोपनीय फाइलों से पता चलता है कि नेता जी की मौत विमान हादसे में नहीं हुई थी। वे चीन चले गए थे, तब चीन पर रूस का शासन था।
स्वामी के मुताबिक, रूस ने चीन से नेता जी को गिरफ्तार करके उन्हें साइबेरिया की ओर भेज दिया था। तब नेहरू जी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री एटली को चिट्ठी लिखी लेकिन स्टालिन ने उन्हें धोखे में रखकर नेताजी को रूस में रखा। सुब्रह्मण्यम स्वामी ने सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी बातों का खुलासा ऐसे वक्त में किया है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने आए नेताजी के परिजनों से पीएम ने नेताजी से जुड़ीं फाइलों को सार्वजनिक करने का भरोसा दे दिया है। पीएम ने ये ऐलान भी किया कि केंद्र के पास मौजूद नेताजी की गुमशुदगी से जुड़ी सभी फाइलें 2016 में नेताजी के जन्मदिन से सार्वजनिक करनी शुरू की जाएंगी। गौरतलब है कि इतिहास की किताबों में दर्ज है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मौत 70 साल पहले विमान दुर्घटना में हुई थी लेकिन नेताजी के घरवालों को इस बात पर भरोसा नहीं है।