नयी दिल्ली। केरल के दो समाचार चैनलों पर लगाये गये प्रतिबंध और अन्य मसलों को लेकर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण बुधवार को राज्य सभा में शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो सका तथा कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी।
सदन की कार्यवाही शुरू होने पर जरूरी दस्तावेज सभा पटल पर रखे जाने के बाद विपक्षी सदस्यों ने केरल के दो समाचार चैनलों पर पिछले दिनों लगाये गये प्रतिबंध और अन्य मसलों को लेकर शोर-शराबा किया। इस पर सभापति एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि संबंधित समाचार चैनलों पर लगाया गया प्रतिबंध हटा लिया गया है और इस तरह इस मसले को उठाना उचित नहीं है।
सभापति ने इससे पहले सूचित किया कि दिल्ली दंगों को लेकर लोकसभा में आज चर्चा करायी जा रही है और गुरुवार को राज्य सभा में इस चर्चा करायी जायेगी। उन्होंने समाजवादी पार्टी के बेनी प्रसाद वर्मा के अस्वस्थता के कारण इस सत्र में उपस्थित न होने के आग्रह से संबंधित अर्जी से सदन को अवगत कराया और सदस्यों से उस पर राय माँगी जिसे अनुमति प्रदान कर दी गयी।
वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर जब उनके नाम के आगे उल्लिखित कागजात सदन के पटल पर रख रहे थे तो विपक्षी सदस्यों ने उनके हाल ही में दिये गये बयानों को लेकर तंज कसा और शोर-शराबा किया। इस पर श्री नायडू ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि इस तरह का व्यवहार कब तक किया जायेगा। यह उचित नहीं है।
इसके बाद श्री नायडू ने शून्य काल की कार्यवाही जैसे ही शुरू की विपक्षी सदस्यों ने अपनी स्थानों पर खड़े होकर अन्य मसले भी उठाने की कोशिश की। आम आदमी पार्टी के संजय सिंह ने कहा कि उन्होंने येस बैंक के संकट के संबंध में नोटिस दिया हुआ है। उन्होंने इस पर चर्चा की माँग की। विपक्षी सदस्यों ने आरोप लगाया कि लोकतंत्र की हत्या की जा रही है।
इस दौरान होते रहे हँगामे के बीच श्री नायडू ने सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक स्थगित करने की घोषणा कर दी।