देहरादून: देहरादून में मास्क और सेनिटाइजर की कालाबाजारी थमने का नाम नही ले रही है। इन दिनों कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप से मास्क और सेनिटाइजर की भारी डिमांड हैं, लेकिन दवा स्टोर संचालक पब्लिक की जेब काटने से परहेज नहीं कर रहे हैं। हालांकि, जिलाधिकारी ने ऐसे मामले सामने आने पर कार्रवाई के सख्त निर्देश दिए हैं।
देहरादून के दवा स्टोरों पर इन दिनों मास्क और सेनिटाइजर को खरीदने के लिए काफी हाथ पांव मारने पड़ रहे हैं। आमतौर पर आसानी से मिलने वाले मास्क को खरीदने के लिए कई दवा स्टोरों पर जाना पड़ रहा है। बावजूद इसके पब्लिक की जेब को भरपूर काटा जा रहा है। पूर्व में पांच रुपये में मिलने वाला सर्जरी मास्क पंद्रह से बीस रूपये तक का मिल रहा है।
इसके अलावा दो या तीन लेयर वाला मास्क पचास रूपये से दौ सौ रुपये तक का मिल रहा है। हालांकि दो और तीन लेयर वाले मास्क की दवा स्टोरों पर कमी है। संचालकों का कहना है कि कंपनी से ही मास्क और सेनिटाइजर बढ़े दामों में भेजे जा रहे हैं। मास्क और सेनिटाइजर की कालाबाजारी रोकने के लिए जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने औषधि नियंत्रक विभाग को छापेमारी कर नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
मास्क, सेनिटाइजर की ओवररेटिंग पर वकील करेंगे मुकदमा
ऋषिकेश में मास्क और सेनिटाइजर की ओवर रेटिंग रोकने के लिए बार एसोसिएशन आगे आया है। बार एसोसिएशन ने एलान किया है कि अगर उनके पास ओवररेटिंग की कोई शिकायत आती है तो वह विक्रेता के खिलाफ मुकदमा दर्ज करेंगे।
मंगलवार को विधि भवन में पत्रकारों को वार्ता करते हुए बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सूरत सिंह रौतेला, पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र सिंह सजवाण और महासचिव सुनील नवानी ने कहा कि नगर क्षेत्र में सेनिटाइजर और मास्क को ओवर रेट पर बेचने के मामले सामने आ रहे हैं। इसलिए निर्णय लिया है कि कोई भी व्यक्ति अगर एसोसिएशन में शहर में मास्क और सेनिटाइजर अधिक दामों पर बेचे जाने की शिकायत करता है, तो एसोसिएशन संबंधित मेडिकल स्टोर संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएगा। इस अवसर पर बार की ओर से वकीलों, न्यायाधीशों और कर्मचारियों को करीब 300 सेनिटाइजर और मास्क वितरित किए गए हैं। इस अवसर पर ललित बिष्ट, कपिल शर्मा आदि मौजूद थे।