रीमिक्स गानों से टूटा बड़े गीतकारों और लेखकों का सब्र, अब कोर्ट जाने की है तैयारी
नई दिल्ली: बॉलीवुड में रीमिक्स गानों की झड़ी-सी लगी हुई है। एक के बाद एक पुराने फेमस गानों का रीमिक्स किया जा रहा है। ऐसे में ओरिजिनल लेखक और गायक इस बात से नाराज़ हैं। पहले ए.आर. रहमान और प्रसून जोशी का बयान सामने आया। अब इस फेहरिस्त में एक और नाम जुड़ गया है। कुछ-कुछ होता है, राजा हिंदुस्तानी, और कभी खुशी कभी ग़म जैसे फ़िल्मों के लिए गाने लिख चुके गीतकार समीर अंजान ने इस मामले को कोर्ट ले जानी की बात कही है।
गीतकार समीर अंजान ने कहा कि यह ट्रेंड देखने को मिला है कि ओरिजिनल लेखकों और संगीतकारों को ठीक से श्रेय भी नहीं दिया जा रहा है। इस मामले को सिर्फ़ कोर्ट में जाकर ठीक किया जा सकता है। उन्होंने इस मामले में गीतकार और लेखक जावेद अख़्तर से बात की। आपको बता दें कि जावेद इंडियन परफॉर्मिंग राइट सोसाइटी (IPRS) के चेयरमैन हैं।
न्यूज़ एजेंसी से बात करते हुए समीर ने कहा- ‘जो हो रहा है, बिलकुल सही नहीं है। हम इसके ख़िलाफ हैं और इसे कोर्ट में ले जाने का प्लान बना रहे हैं। क्योंकि हम उन्हें (म्यूज़िक लेबल) किसी एक फ़िल्म के लिए राइट्स देते हैं। लेकिन वह उसे फिर से बनाते हैं, गाने का उपयोग दूसरी फ़िल्म या प्रोजक्ट के लिए करते हैं। मैंने जावेद अख़्तर (आईपीआरएस चेयरमैन) से बात की और हम सभी कोर्ट जाने का प्लान कर रहे हैं। यह एक तरीका है, जिससे उन्हें रोका जा सकता है।’
गौरतलब है कि हाल ही में कई गानों को लेकर विवाद सामने आए हैं। रैपर बादशाह ने बंगाली लोकगीत ‘लाल गेंदा फूल’ का नया वर्ज़न लाया। इसके बाद ओरिजिनल गीतकार रतन कहार सामने आए। वहीं, इसके बाद तनीष्क बाग्ची ने ‘दिल्ली 6’ के फेमस गाने ‘मसकली’ को रीमिक्स किया। इस पर ओरिजिनल मेकर्स ने कड़ी आपत्ति जताई। इनसे पहले संगीतकार और गायक विशाल ददलानी भी लोगों को कोर्ट ले जानी की चेतावनी दे चुके हैं।