गु़ड़गांव के एक कारोबारी ने 60 लाख रुपये की फिरौती देकर अपने बेटे को छुड़वाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। कारोबारी ने मथुरा में जाकर 60 लाख रुपये की फिरौती दी थी।
खुद को तेजतर्रार कहने पर दक्षिण जिला पुलिस व अपराध शाखा की टीमें घेराबंदी करती रह गईं। बदमाशों ने कारोबारी के बेटे को एमजी रोड से हथियारों के बल पर अपहरण किया था।
दक्षिण जिला पुलिस व दिल्ली पुलिस की अपहरण शाखा की डेढ़ दर्जन से ज्यादा टीमें उत्तर प्रदेश, हरियाणा व एनसीआर में छापेमारी कर रही हैं। दक्षिण जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार डीएलएफ-1 गुड़गांव निवासी कारोबारी की भोंडसी में प्लास्टिक की फैक्टरी है।
उसका 25 वर्षीय सुकिरत ड्राइवर मनोज के साथ पजेरो गाड़ी से 12 व 13 अक्तूबर की रात ग्रेटर कैलाश में एक दोस्त की बर्थडे पार्टी में आया था। पार्टी करके रात करीब ढाई बजे जब वह पार्टी गुड़गांव लौट रहा था तो एमजी रोड पर घिटोरनी मेट्रो स्टेशन और अर्जुनगढ़ मेट्रो स्टेशन के पास बीच स्विफ्ट कार में सवार बदमाशों ने उनकी गाड़ी रुकवा ली। हथियारों के बल पर बदमाश गाड़ी के अंदर घुस गए।
बदमाशों ने पिस्टल दिखाकर उन्हें बैठा दिया और गर्दन नीचे कर दी। बदमाशों ने धमकी दी थी कि अगर आवाज की तो गोली मार देंगे। बदमाशों ने दोनों के मोबाइल व एटीएम कार्ड छीन लिए। सोहना व पलवल रोड पर इंजीनियरिंग कॉलेज के पास बदमाशों ने मनोज को गाड़ी से नीचे फेंक दिया।
बदमाशों ने मनोज को एक मोबाइल नंबर दिया था। मनोज ने ये नंबर कारोबारी तक पहुंचाया। 13 अक्तूबर की सुबह करीब साढ़े पांच बजे बदमाशों ने कारोबारी को दिए गए मोबाइल नंबर पर फिरौती के लिए फोन आया और पांच करोड़ रुपये की फिरौती मांगी।
कारोबारी ने माली हालत का हवाला देते हुए फिरौती की रकम कम करने की बात कही। फिरौती की रकम 60 लाख रुपये तय हो गई। कारोबारी ने इसकी सूचना दिल्ली पुलिस को दी।
दक्षिण जिला पुलिस सूत्रों का कहना है कि कारोबारी ने मथुरा के एक गांव में जाकर बदमाशों को 60 लाख रुपये की फिरौती दे दी। फिरौती लेने के बाद बदमाशों ने कारोबारी के बेटे को छोड़ दिया।
बताया जा रहा है कि दक्षिण जिला पुलिस बदमाशों का लगातार पीछा करती रही। बदमाश फिरौती लेकर फरार हो गए। इसे दिल्ली पुलिस के मुंह पर तमाचा बताया जा रहा है।