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अपनी पूर्व एंप्लॉयी को ‘छोटी ड्रेस’ के चलते फ्लाइट में चढ़ने नहीं दिया इंडिगो ने

indigo_650x488_81446100548दस्तक टाइम्स/एजेंसी:  सोमवार की घटना में एक महिला पैसेंजर को इंडिगो ने अपनी फ्लाइट में इसलिए नहीं चढ़ने दिया क्योंकि स्टाफ के मुताबिक, महिला ने ‘ढंग के कपड़े नहीं पहने थे।’ ससोमवार की घटना में एक महिला पैसेंजर को इंडिगो ने अपनी फ्लाइट में इसलिए नहीं चढ़ने दिया क्योंकि स्टाफ के मुताबिक, महिला ने ‘ढंग के कपड़े नहीं पहने थे।’ सहयात्रियों के मुताबिक, स्टाफ की जिद के आगे महिला की वह छूट ही गई और उसे बाद में कपड़े चेंज के करने के बाद अगली फ्लाइट में बिठाया गया। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, यह मामला मुंबई से दिल्ली तक जाने वाली फ्लाइट का है।

महिला इंडिगो की पूर्व एंप्लॉयी हैं…
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इंडिगो ने मामले की पुष्टि की लेकिन कहा कि उन्होंने महिला को इसलिए रोका क्योंकि यह उनके एक खास ड्रेस कोड के मुताबिक नहीं था। इस कोड के तहत, इंडिगो के किसी कर्मी या कर्मी के रिश्तेदार पर यह ड्रेस कोड लागू होता है यदि वे एयरलाइन द्वारा ऑफर किए गए ‘स्टाफ लीजर ट्रेवल प्रीवेलज’ का फायदा लेते हैं। यह महिला इंडिगो की पूर्व एंप्लॉयी हैं और उनकी बहन इसी एयरलाइन में काम करती हैं।

सहयात्रियों ने सपोर्ट की कोशिश की लेकिन…
सहयात्री पूर्बी दास के मुताबिक, वह महिला सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर दिल्ली जाने वाली फ्लाइट पकड़ने वाली थीं। लेकिन उन्हें इस सबके चलते यह फ्लाइट मिस करनी पड़ी। दास भी दोहा से मुंबई की कतर एयरवेज फ्लाइट उस महिला के साथ थीं।

दास ने कहा- जब मैं कनेक्टिंग फ्लाइट का वेट कर रही थी तो मैंने शोरगुल सुना और पाया कि वह महिला रो रही है। वहां इंडिगो के 3 कर्मी भी खड़े थे जो उस महिला को फ्लाइट में जाने नहीं दे रहे थे। वे उसे कह रहे थे कि उसने उचित कपड़े नहीं पहने हैं।

दास का कहना है कि उसने अशोभनीय कपड़े नहीं पहने थे। उनसे दोहा एयरपोर्ट पर भी नहीं रोका गया। महिला ने एक फ्रॉक पहनी हुई थी जो उसके घुटने से जरा सी ऊपर थी। एक अन्य पैसेंजनर देव्यादत्त साहू ने आरोप लगाया कि स्टाफ ने उसे कहा कि यदि इस मामले में दखल दिया तो उसे भी फ्लाइट में नहीं चढ़ने दिया जाएगा।

महिला को कपड़े बदलने पड़े तब जाकर कहीं…
बाद में उस महिला को जाकर कपड़े चेंज करने पड़े। साहू और दास ने मामले की शिकायत एयरलाइन के कस्टमर सर्विस डिपार्टमेंट में दर्ज करवाई लेकिन उन्हें कहा गया कि स्टाफ प्रोटोकॉल का पालन भर कर रहा है। ट्राउजर पहन कर आने के बाद महिला को अगली फ्लाइट में जाने दिया गया।

कंपनी ने दी सफाई और कहा…
इंडियन एक्सप्रेस की ईमेल के रिप्लाई में इंडिगो ने कहा है कि वह महिला यात्री कंपनी की नीति से वाकिफ थी। कंपनी ने कहा- हमें खेद है कि महिला पैसेंजर को मुंबई एयरपोर्ट पर इस तरह के बर्ताव का सामना करना पड़ा। हमारी गाइडलाइन्स के मुताबिक, एम्पलॉइज और उनके फैमिली मेंबर जिन्हें वे अपने परमिट पर ट्रेवल करा रहे हों उन्हें स्पेसेफिक ड्रेस कोड का पालन करना होता है। इसी पॉलिसी को ध्यान में रखते हुए मुंबई में स्टाफ ने उन्हें रोका। हम इस मामले की जांच कराएंगे। एयरलाइन ने कहा कि सीनियर मैनेजर्स ने दिल्ली और मुंबई में महिला का फीडबैक ले लिया है।हयात्रियों के मुताबिक, स्टाफ की जिद के आगे महिला की वह छूट ही गई और उसे बाद में कपड़े चेंज के करने के बाद अगली फ्लाइट में बिठाया गया। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, यह मामला मुंबई से दिल्ली तक जाने वाली फ्लाइट का है।

महिला इंडिगो की पूर्व एंप्लॉयी हैं…
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इंडिगो ने मामले की पुष्टि की लेकिन कहा कि उन्होंने महिला को इसलिए रोका क्योंकि यह उनके एक खास ड्रेस कोड के मुताबिक नहीं था। इस कोड के तहत, इंडिगो के किसी कर्मी या कर्मी के रिश्तेदार पर यह ड्रेस कोड लागू होता है यदि वे एयरलाइन द्वारा ऑफर किए गए ‘स्टाफ लीजर ट्रेवल प्रीवेलज’ का फायदा लेते हैं। यह महिला इंडिगो की पूर्व एंप्लॉयी हैं और उनकी बहन इसी एयरलाइन में काम करती हैं।

सहयात्रियों ने सपोर्ट की कोशिश की लेकिन…
सहयात्री पूर्बी दास के मुताबिक, वह महिला सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर दिल्ली जाने वाली फ्लाइट पकड़ने वाली थीं। लेकिन उन्हें इस सबके चलते यह फ्लाइट मिस करनी पड़ी। दास भी दोहा से मुंबई की कतर एयरवेज फ्लाइट उस महिला के साथ थीं।

दास ने कहा- जब मैं कनेक्टिंग फ्लाइट का वेट कर रही थी तो मैंने शोरगुल सुना और पाया कि वह महिला रो रही है। वहां इंडिगो के 3 कर्मी भी खड़े थे जो उस महिला को फ्लाइट में जाने नहीं दे रहे थे। वे उसे कह रहे थे कि उसने उचित कपड़े नहीं पहने हैं।

दास का कहना है कि उसने अशोभनीय कपड़े नहीं पहने थे। उनसे दोहा एयरपोर्ट पर भी नहीं रोका गया। महिला ने एक फ्रॉक पहनी हुई थी जो उसके घुटने से जरा सी ऊपर थी। एक अन्य पैसेंजनर देव्यादत्त साहू ने आरोप लगाया कि स्टाफ ने उसे कहा कि यदि इस मामले में दखल दिया तो उसे भी फ्लाइट में नहीं चढ़ने दिया जाएगा।

महिला को कपड़े बदलने पड़े तब जाकर कहीं…
बाद में उस महिला को जाकर कपड़े चेंज करने पड़े। साहू और दास ने मामले की शिकायत एयरलाइन के कस्टमर सर्विस डिपार्टमेंट में दर्ज करवाई लेकिन उन्हें कहा गया कि स्टाफ प्रोटोकॉल का पालन भर कर रहा है। ट्राउजर पहन कर आने के बाद महिला को अगली फ्लाइट में जाने दिया गया।

कंपनी ने दी सफाई और कहा…
इंडियन एक्सप्रेस की ईमेल के रिप्लाई में इंडिगो ने कहा है कि वह महिला यात्री कंपनी की नीति से वाकिफ थी। कंपनी ने कहा- हमें खेद है कि महिला पैसेंजर को मुंबई एयरपोर्ट पर इस तरह के बर्ताव का सामना करना पड़ा। हमारी गाइडलाइन्स के मुताबिक, एम्पलॉइज और उनके फैमिली मेंबर जिन्हें वे अपने परमिट पर ट्रेवल करा रहे हों उन्हें स्पेसेफिक ड्रेस कोड का पालन करना होता है। इसी पॉलिसी को ध्यान में रखते हुए मुंबई में स्टाफ ने उन्हें रोका। हम इस मामले की जांच कराएंगे। एयरलाइन ने कहा कि सीनियर मैनेजर्स ने दिल्ली और मुंबई में महिला का फीडबैक ले लिया है।

 

 

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