उत्तराखंड

शक्की पति ने फिल्मी स्टाइल में दी बीवी को दर्दनाक मौत

दस्तक टाइम्स/एजेंसी-उत्तराखंड:

murder-5635a7be2c05d_exlstउत्तराखंड के कोटद्वार में दुगड्डा के पास हुए रोशनजहां (28) हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने आखिरकार कर लिया। पुलिस ने आरोपी पति को नजीबाबाद से गिरफ्तार कर लिया है।

आरोपी पति फरीद अहमद को कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार रात नजीबाबाद रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस रात को ही उसे यहां कोतवाली ले आई। फरीद को कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में पौड़ी जेल भेज दिया गया है। आरोपी ने जिस तरह से इस हत्याकांड को अंजाम दिया वह पूरी तरह से फिल्मी था।

पुलिस के अनुसार फरीद को अपनी पत्नी रोशनजहां के चरित्र पर संदेह था, इसलिए उसने दुगड्डा के पास गला घोंटकर उसकी हत्या की और शव खाई में फेंक दिया। वह उसे घुमाने के बहाने यहां लेकर आया था ताकि किसी को उस पर शक न होने पाए। हत्याकांड के दस दिन बाद उसने पत्नी की गुमशुदगी का विज्ञापन नजीबाबाद के अखबार में छपवा दिया।

20 अक्तूबर को दुगड्डा के पास मिले शव की रोशनजहां के रूप में शिनाख्त होते ही कोतवाली पुलिस ने एसओजी के साथ मिलकर हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया है। मृतका रोशनजहां के पिता की ओर से उसके पति फरीद अहमद और सास, ससुर के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होने के बाद शुक्रवार रात पुलिस ने फरीद अहमद को नजीबाबाद रेलवे स्टेशन से दबोच लिया।

 

फरीद की निशानदेही पर पुलिस ने रोशनजहां का पर्स और टूटे मोबाइल की बैटरी और सिम बरामद कर लिया है। मामले की छानबीन में जुटे एसएसआई विजय सिंह ने बताया कि शिनाख्त होने के बाद से तस्वीर साफ होने लगी थी। फरीद के पत्नी रोशनजहां से दो बेटे एक नौ साल और दूसरा सात साल का है।

वह रोशनजहां के चालचलन को लेकर शक करता रहता था। उसने अपनी पत्नी के उसके जीजा और एक किराएदार के साथ संबंध होने की बात पुलिस को बताई। कहा कि दो साल पहले उसकी पत्नी ने चाय में उसे जहर देकर मारने का प्रयास किया था। तभी से उसने रोशनजहां को ठिकाने लगाने का मन बना लिया था।

हत्या के एक दिन पहले वह अपने एक साथी के साथ घूमने कोटद्वार और दुगड्डा तक गया था। यहां सड़क से सटे घने जंगल और खाई को देखकर उसने पत्नी को ठिकाने लगाने की सोच ली। 17 अक्तूबर को वह पत्नी को घुमाने के बहाने यहां लेकर आया और उसकी हत्या कर शव खाई में फेंक दिया।

पुलिस की मानें तो फरीद ने अपनी पत्नी रोशनजहां की हत्या सुनियोजित तरीके से की। घटना के दिन 17 अक्तूबर को फरीद घर से किसी काम से दिल्ली जाने की बात कहकर निकल गया। नजीबाबाद से वह दिल्ली का टिकट लेकर बस में बैठा, लेकिन बिजनौर से वापस नजीबाबाद आ गया।

बिजनौर से उसने अपनी पत्नी को फोन कर पैसे कम होने की बात बताई और बच्चों और घरवालों के बारे में पूछा। फरीद ने पत्नी को फोन पर कहा कि तैयार होकर नजीबाबाद रेलवे स्टेशन पर आ जाओ, बच्चों के घर लौटने से पहले कहीं घूमकर आते हैं। फरीद और उसकी पत्नी ट्रेन से बैठकर सुबह करीब दस बजे कोटद्वार पहुंच गए।

यहां से वे सिद्धबली मंदिर गए। वहां से जीप में बैठकर दुगड्डा गए। वहां एक होटल में खाना खाया और पैदल ही कोटद्वार की ओर आने लगे। करीब एक किमी नीचे आने के बाद दोनों नदी किनारे बैठे। यहीं फरीद ने रोशनजहां की दुपट्टे से गला घोंटकर हत्या कर दी। शव को खाई में फेंकने के बाद उसने कुछ दूरी पर पर्स और मोबाइल तोड़कर फेंक दिया।

कैसे खुला हत्याकांड राज

नजीबाबाद से हर रोज सैकड़ों लोग व्यापार और मजदूरी के सिलसिले में कोटद्वार आते हैं। कोटद्वार में उन्हें एक महिला के शव की जानकारी मिली। इसी बीच नजीबाबाद के पास जलालाबाद में एक महिला के लापता होने की खबर लगी तो इन लोगों ने उनके परिजनों को सूचना दी। परिजनों ने कोटद्वार आकर पुलिस से संपर्क साधा तो उसकी शिनाख्त हो गई और हत्याकांड का राज खुल गया।

 

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