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विशेष सत्र : श्रद्धांजलि के दौरान विधानसभा में कांग्रेस का हंगामा

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भोपाल। मध्‍यप्रदेश में सूखे को लेकर विधानसभा में विशेष सत्र शामिल होने गुरुवार सुबह से विधानसभा पहुंचने लगे। सत्र शुरू होने से पहले अध्‍यक्ष के कक्ष में कार्यमंत्रणा समिति की बैठक हुई। विधासभा में दिवंगतों को श्रद्धांजलि देने के दौरान कांग्रेस ने जमकर हंगामा किया। कांग्रेस का कहना था कि प्रदेश में सूखे की वजह से मृत किसानों को श्रद्धाजलि नहीं दी गई। इस पर अध्‍यक्ष ने दोनों दलों के नेताओं को टोका। करीब 10 मिनट तक हंगामा चलता रहा। पूर्व राष्‍ट्रपति एपीजे अब्‍दुल कलाम को श्रद्धांजलि देते हुए सीएम ने कहा कि उन्‍हें कोई उपाधि देने पर उपाधि खुद ही सम्‍मानित हो जाती थी।

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि विशेष सत्र किसानों को जल्‍द राहत दिलाने के लिए बुलाया गया है। संकट की इस घड़ी में विपक्ष से सहयोग की अपेक्षा है। सीएम ने यह भी कहा कि किसानों को राहत दिलाने के लिए बिजली और ब्‍याज की राशि की जल्‍द व्‍यवस्‍था की जाएगी।

शाहरुख को लेकर दिए गए बयान का गलत अर्थ निकाला गया : विजयवर्गीय

विधानसभा पहुंचे कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि पाकिस्‍तान भारत को सुरक्षा परिषद में जाने पर दुष्‍प्रचार कर रहा है। मेरे द्वारा शाहरुख खान को पर दिए बयान का गलत अर्थ निकाला गया है। मंत्री कुसुम मेहदेले सदन में नहीं आईं। इंदौर के राउ से कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ट्रेक्‍टर पर विधानसभा भवन पहुंचे।

सरकार इसमें सरकार विशेष अनुपूरक प्रस्ताव लेकर आएगी । प्रस्ताव लगभग साढ़े सात करोड़ रुपए का होगा।इसमें किसानों को राहत देने के साथ बीमा कंपनी में जमा करने राज्यांश, कर्ज अदायगी की मियाद में बदलाव होने से लगने वाले ब्याज की प्रतिपूर्ति के लिए वित्तीय प्रावधान किए जाएंगे। कांग्रेस ने सत्र में सरकार को घेरने की तैयारी की है।

विधानसभा के प्रमुख सचिव भगवानदेव ईसरानी ने बताया कि सुबह पौने दस बजे विधानसभा अध्यक्ष डॉ.सीतासरन शर्मा की अध्यक्षता में कार्यमंत्रणा समिति की बैठक होगी। इसमें एक दिवसीय सत्र में होने वाले कामकाज को लेकर समय आवंटन किया जाएगा।

वित्त मंत्री जयंत मलैया प्रदेश में खेती को लेकर पैदा हुए हालात का जिक्र करते हुए विभिन्न् विभागों के लिए विशेष वित्तीय प्रावधान करने का प्रस्ताव रखेंगे। इसके साथ ही विभिन्न् विभागों की मदों में हुए कटौती की राशि दूसरे मद में इस्तेमाल करने की इजाजत विधानसभा से ली जाएगी।

30-35 लाख होंगे खर्च

एक दिन के सत्र के लिए सरकार 30 से 35 लाख रुपए खर्च करेगी। इसमें से अधिकांश राशि विधायकों के वेतन-भत्ते पर व्यय होगी। विधायकों को एक दिन के लिए विधानसभा आने पर छह दिन का भत्ता मिलेगा। यदि विधायक स्वयं के वाहन से विधानसभा आएंगे तो उन्हें नौ रुपए प्रति किलोमीटर के हिसाब से यात्रा भत्ता दिया जाएगा। इसके अलावा बिजली, कागज सहित अन्य जरूरी मदों में राशि खर्च होगी।

 

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