अजब-गजब
दुनिया के 10 सबसे महंगे हीरों में 4 भारत के, तस्वीरें
दस्तक टाइम्स/एजेंसी: हीरा अपनी बेशकीमती चमक और कीमत की वजह से हमेशा से लोगों की पसंद रहा है। दुनिया के 10 में से 4 हीरे भारत में खोजे गए। देखिए सबसे महंगे हीरे।
शायद ही कोई हो जो कोहीनूर के बारे में न जानता हो। कोहीनूर दुनिया का सबसे अनोखा और बेशकीमती हीरा। कोहीनूर एक पारसी नाम है। अंग्रेज इसे माउंटेन ऑफ लाइट कहते हैं। 105 कैरेट का ये हीरा अनमोल है। कुछ जानकार इसे ईसा पूर्व की खोज बताते हैं तो कुछ का मानना है कि इसे सन 1300 में खोजा गया था। कोहीनूर के पहले कागजातों के मुताबिक सन 1526 में ये भारतीय मुगल शासक बाबर के पास था।
दूसरे नंबर पर द कलिनन डायमंड है। 530.20 कैरेट का ये हीरा नाशपाती के आकार का है। साल 1905 में इसे दक्षिण अफ्रीका की जिस खान से खोजा गया था उसका मालिक थॉमस कलिनन नाम का शख्स था, इसलिए इस हीरे का नाम कलिनन पड़ा। बाद में इसे नौ भागों में काटा गया। इसकी कीमत 400 मिलियन डॉलर है।
तीसरे नंबर पर द होप डायमंड है। 45.52 कैरेट के गाढ़े नीले रंग के इस दुर्लभ हीरे का उदगम स्थान भारत है। माना जाता है कि इस हीरे के साथ एक श्राप चलता है। भारत से जिस शख्स ने इस हीरे को चुराया था तो उसकी मौत हो गई थी। लंबे समय तक हेनरी फिलिफ होप नाम के शख्स के कब्जे में रहने से इस हीरे का नाम होप पड़ गया। फिलहाल ये वॉशिगटन के म्यूजियम की शान बढ़ा रहा है। इसकी कीमत 350 मिलियन डॉलर है।
द ग्राफ पिंक चौथे नंबर पर है। 24.78 कैरेट के इस गुलाबी हीरे की कीमत 46 मिलियन डॉलर है। इसके पहले मालिक हैरी विंस्टन ने इस 60 साल तक निजी कलेक्शन में रखा था।
34.65 कैरेट का द प्रिंसी डायमंड पांचवे नंबर पर है। इस दुर्लभ हीरे को भारत के गोलकोंडा की खान से खोजा गया था। जिस पर हैदराबाद के शाही परिवार ने कब्जा जमा लिया था। 1960 में हैदराबाद के निजाम ने इस हीरे को लंदन की शाखा वैन क्लीफ और आर्पिल्स को बेंच दिया। हीरे का नाम प्रिंस ऑफ बड़ौदा के नाम पर रखा गया। इस खूबसूरत हीरे की कीमत 40 मिलियन डॉलर है।
दक्षिण अफ्रीका में खोजा गया द स्टेनमेट्ज पिंक डायमंड छठें नंबर पर है। अमूमन गुलाबी रंग के हीरे छोटे आकार में मिलते हैं लेकिन स्टेनमेंट्ज 59.60 कैरेट के वजन के साथ दुर्लभ गुलाबी हीरा है। इस हीरे को कुछ समय के लिए सुपर मॉडल हेलेना क्रिस्टेनसेन ने अपने नेकलेस में पहना था। हीरे को आकार देने के लिए करीब बीस लोगों की टीम ने काम किया। हीरे की कीमत 25 मिलियन डॉलर है।
31.06 कैरेट का द विटलबैच ग्राफ डायमंड सातवें नंबर पर है। 17वीं शताब्दी में स्पेन के राजा फिलिप चतुर्थ ने इस हीरे को अपनी बेटी के दहेज में दे दिया था। बाद में ये हीरा ऑस्ट्रेलिया और बावरिया में ताज में जड़ा गया। साल 2008 में अंग्रेज ज्वैलर लॉरेंस ग्राफ ने इसे खरीदा, उस वक्त इस हीरे को डेर ब्लाउ विटल्सबैच कहा जाता था। ग्राफ ने इस हीरे को लंदन के क्रिस्टी से 24.3 मिलियन डॉलर में खरीदा था।
द परफैक्ट पिंक डायमंड आठवें नंबर पर है। इसे हॉन्गकॉन्ग में एक नीलामी में 23 मिलियन डॉलर में बेचा गया था। ये हीरा 14.23 कैरेट का है।
द आर्चड्यूक जोसेफ डायमंड नौवें नंबर पर है। 76 कैरेट के इस हीरे को भारत की गोलकोंडा की खान से खोजा गया था। गोलकोंडा की खान को दुनिया की सबसे पुरानी खान माना जाता है। जेनेवा में एक नीलामी में इस हीरे को 21.5 मिलियन डॉलर में बेचा गया था।