लखनऊ : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने किसान आन्दोलन का एक बार फिर समर्थन करते हुए कहा कि किसान उनके साथ खड़ी है। उन्होंने केन्द्र सरकार से किसानों की बात मानने को लेकर कहा कि पूरा देश 26 तारीख को गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है। इस दिन अगर किसानों की बात मान ली जाए तो इससे अच्छा काम सरकार के लिए कोई नहीं हो सकता। यह उनके देश प्रेम, संविधान प्रेम और किसानों की आय दोगुनी करने जैसे वादों को लेकर भी बहुत अच्छा मौका है।
शिक्षा संस्थानों का राजनीतिकरण कर रही भाजपा
अखिलेश यादव मंगलवार को पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर युवा नेताओं के सपा की सदस्यता ग्रहण करने के मौके पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य की भाजपा सरकार युवाओं को लगातार निराश कर रही है। संस्स्थाओं का निजीकरण हो रहा है और नौकरियां घट रही हैं। भाजपा सरकार में लगातार सरकारी नौकरियां खत्म की जा रही हैं। नौजवान अपने भविष्य को लेकर चिंता में हैं। युवाओं पर अपनी बात रखने के लिए रासुका लगाया जा रहा है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि आज जिस तरीके से यूनिवर्सिटी, शिक्षा की संस्थाओं पर कब्जा हो रहा है, जिस तरीके से शिक्षा में राजनीति का हस्तक्षेप हो रहा है, राजनीतिकरण हो रहा है, उसकी कभी कल्पना नहीं की जा सकती थी।
बिना किसी इंफ्रास्ट्रक्चर, बिना तैयारी के सरकार ने कराई ऑनलाइन पढ़ाई
उन्होंने कहा कि जो क्वालिटी ऑफ एजुकेशन होनी चाहिए और सभी वर्गों को मिलनी चाहिए, शायद अब ऐसा होना सम्भव नहीं है। उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि ऑनलाइन पढ़ाई कितनी महत्वपूर्ण है। लेकिन, सरकार ने बिना किसी इंफ्रास्ट्रक्चर, बिना किसी तैयारी के ऑनलाइन पढ़ाई कराई, समस्याओं का निराकरण नहीं किया गया। खराब शिक्षा के मामले में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर है।
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सपा सरकार में बेची गई चीनी मिल के बारे में बताएं मुख्यमंत्री
अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री के गन्ना बकाये के दावों को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि अभी भी बकाया भुगतान बाकी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कहते हैं कि 2012 से 2017 चीनी मिलें बिकती थी। वह बताएं कि समाजवादी सरकार ने कौन से चीनी मिल बेचने का काम किया।
उन्होंने कहा कि भाजपा के लोगों का खेती से सम्बन्ध नहीं है। खेती के बाद जो मुनाफा है, उससे ये लोग सम्बन्ध रखना चाहते हैं। यह बाजार से सम्बन्ध रखते हैं। बाजार को नियंत्रित करना चाहते हैं, यह उनकी साजिश और रणनीति है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक द्वेष की भावना से केस बनाने और घर गिराने, बुलडोजर चलाने में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर है। नक्शा पास हो या ना हो, सरकार ने तय कर लिया तो आपका घर टूट जाएगा। ये लोग झूठ बोलने में नंबर वन हैं।
सरकार को गलत भावना से नहीं करना चाहिए काम
सपा अध्यक्ष ने आजम खां की जौहर यूनिवर्सिटी मामले में सरकार की कार्रवाई को लेकर कहा कि आने वाले समय में सपा सरकार बनेगी। तब मौलाना जौहर साहब के नाम पर आजम खां ने जो यूनिवर्सिटी बनाई है, उससे भी ज्यादा सुंदर और अच्छी यूनिवर्सिटी बनाने का काम समाजवादी लोग करेंगे। उन्होंने कहा कि इस तरह की गलत भावना से सरकार को काम नहीं करना चाहिए। सरकार ऐसे काम इसलिए कर रही है, जिससे उन्हें अपना काम ना बताना पड़े।
ओटीटी को लेकर बोला सरकार बताए स्वदेशी प्लेटफार्म कब होगा
उन्होंने ओटीटी प्लेटफार्म को लेकर कहा कि कानून बाद में आए हैं, ये प्लेटफार्म पहले से हैं। बहुत सारी चीजें पहले ही इसमें आ गई। लॉकडाउन के दौरान लोगों ने इसका ज्यादा इस्तेमाल किया, जिससे इसकी लोकप्रियता में इजाफा हुआ है, कारोबार पड़ा है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग स्वदेशी आन्दोलन की बात करते थे, जबकि उन्होंने विदेशी प्लेटफार्म को अरबो-खरबों रुपये लूटने दे दिए। उन्हें बताना चाहिए देश का ऐसा प्लेटफार्म कब होगा, जो अमेजॉन को टक्कर दे सके। उन्होंने कहा कि वेब सीरज ‘ताण्डव’ बहुत छोटी बात है, उस पर पूरी सरकार ताण्डव मचा रही है।
विप में तीसरा उम्मीदवार नहीं उतारने से हुआ नुकसान
उन्होंने विधान परिषद चुनाव में भाजपा को वॉकओवर देने को लेकर कहा कि हमने उन्हें वॉकओवर नहीं दिया। भारतीय जनता पार्टी के लोग दूसरे के लिए वोट डालने के लिए तैयार थे। यह हमारी गलती है कि हमने तीसरा उम्मीदवार नहीं लड़ाया, इससे हमारा नुकसान हो गया। दरअसल विधान परिषद की 12 सीटों के चुनाव में भाजपा ने दस और सपा ने दो उम्मीदवार उतारे हैं।