दस्तक टाइम्स/एजेंसी-
नई दिल्ली। हिंदुस्तान का दुश्मन नंबर वन अंडर वर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम भले ही पाकिस्तान में बैठा हो, लेकिन उसका काला धंधा दुबई और ग्रेट ब्रिटेन में भी चलता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ब्रिटेन दौरे में वो दस्तावेज ब्रिटिश सरकार को सौंपे गए, जिनमें ब्रिटेन में दाऊद की संपत्तियों का पूरा कच्चा चिट्ठा है। प्रधानमंत्री के साथ गए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने दाऊद की संपत्ति पर एक डोजियर ब्रिटिश सरकार को सौंपा। ब्रिटिश अधिकारियों से दाऊद की संपत्ति सीज करने की गुजारिश भी की।
प्रवर्तन निदेशालय के मुताबिक, दुनिया की 10 देशों में दाऊद की 50 प्राइम प्रॉपर्टी हैं। इनकी कीमत करीब 3000 करोड़ रुपये आंकी गई है, लेकिन सबसे ज्यादा निवेश ब्रिटेन और लंदन में ही हुआ है। ब्रिटेन में दाऊद और उसके करीबियों की 15 संपत्तियां हैं, जिनकी कीमत करीब 1500 करोड़ रुपये आंकी जा रही है।
डी कंपनी की सारी संपत्ति सीज हो
भारत चाहता है कि डी कंपनी की सारी संपत्ति सीज हो ताकि उसकी कमर टूटे। दूसरे देशों को पैगाम जाए कि डॉन को बचाना गलत ही नहीं, गैरकानूनी भी है। कुछ समय पहले ही प्रधानमंत्री मोदी ने दाऊद की संपत्तियों का ब्योरा यूएई सरकार को सौंपा था। अब साफ है कि पाकिस्तानी सरकार, सेना और आईएसआई दाऊद को बचाने की कितनी ही कोशिश क्यों न करे, लेकिन उसे बचा नहीं सकती।
लंदन में दाऊद का साम्राज्य
जिस लंदन से कभी अंग्रेजों का राज चलता था। उसी लंदन में आज दाऊद इब्राहिम के काले कारोबार का साम्राज्य चलता है। इसमें आतंक, ड्रग तस्करी और हवाला के धंधे शामिल हैं। भारत चाहता है कि ब्रिटेन में यदि दाऊद के धंधों और अड्डों को चौपट कर दिया जाए तो उसको पकड़ना आसान हो जाएगा।