नई दिल्ली: मंगलवार को कांग्रेस के दिल्ली स्थित केंद्रीय कार्यालय में कर्नाटक के कांग्रेसी पदाधिकारियों ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर केंद्र की मोदी सरकार पर बड़ा आरोप लगाया. कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने पेगासस स्पाईवेयर से ग़ैरक़ानूनी ढंग से जासूसी कर कर्नाटक में कांग्रेस की कुमारस्वामी सरकार को गिराने का काम किया.
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने एंटीडिफ़ेक्शन लॉ को किनारे रखते हुए उन विधायकों का पक्ष लिया था जो पैसे लेकर पार्टी से बाहर गए थे और कहा था कि उनपर कांग्रेस का व्हिप लागू नहीं होगा. इससे कांग्रेस की कुमारस्वामी सरकार गिर गई. और बीजेपी की येदियुरप्पा सरकार बन गई. बीजेपी ने रंजन गोगोई का ये अहसान उतारने के लिए ही उन्हें रिटायरमेंट के ठीक बाद राज्यसभा की सदस्यता दिलवा दी.
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि रंजन गोगोई जिनको मोदी जी ने पुरस्कार से नवाज़ा है उनके रिटायरमेंट के तुरंत पहले और बाद की स्थिति की जांच हो तो पता चलेगा कि कुमार स्वामी सरकार को गिराने के लिए इन लोगों ने क्या किया. आम लोगों को देखना चाहिए कि हम किस ओर जा रहे हैं चुनाव से नहीं जासूसी तंत्र से आम राय को बर्खास्त किया जा रहा है. कर्नाटक में हॉर्स ट्रेडिंग के लिए केंद्र सरकार ने जासूसी की. कांग्रेस नेताओं ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने जासूसी का लाभ कांग्रेस के विधायकों को तोड़ने में किया. इस तरह प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने पेगासस जासूसी का प्रयोग हॉर्स ट्रेडिंग के लिए किया.
कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने कहा कि कर्नाटक की वर्तमान सरकार एक नाजायज़ सरकार है और इसकी सुप्रीमकोर्ट से जाँच होनी चाहिए. कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि छः राज्यों में सत्ता पलटने के लिए की गई जासूसी की जांच होनी चाहिए. गोवा, मणिपुर, अरुणाचल की भी जासूसी की होगी और अब महाराष्ट्र में भी किया जा रहा होगा. असलियत बाहर आनी चाहिए. इसके लिए कदम हम उठाएँगे. अमित शाह जो काम कर रहे हैं उसके कारण उन्हें राज़ीनामा देना चाहिए. ऐसी गंदी हरकतें यानी डर्टी पॉलिटिक्स सहन नहीं की जा सकती.
कांग्रेस ने कहा कि मोदी सरकार ने पेगासस स्पाईवेयर का दुरुपयोग कर कर्नाटक की सरकार गिराई गई आगे पता चलेगा कि मध्यप्रदेश सहित किन किन राज्यों में सरकार गिराई गई और सत्ता का उलटफेर किया गया. कांग्रेस प्रवक्ता सुरजेवाला ने कहा कि क्या गृह मंत्री को पद पर रहने का अधिकार है? शायद इसीलिए वे और प्रधानमंत्री संसद में बहस नहीं कराना चाहते.