राजनीति

कृषि कानूनों का विरोध करने वाले किसानों की जीत शीर्ष प्राथमिकता: सिद्धू

चंडीगढ़: पंजाब कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने शनिवार को कहा कि उनके लिए संयुक्त किसान मोर्चा की ”जीत” शीर्ष प्राथमिकता है और केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान जहां भी उन्हें बुलाएंगे, उनसे मिलने वह ”नंगे पांव” जाएंगे। संयुक्त किसान मोर्चा केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान संगठनों का संघ है। किसान पिछले वर्ष नवंबर से ही कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं।

नवजोत सिंह सिद्धू ने चमकौर साहिब में संवाददाताओं से कहा, ”मैं संयुक्त किसान मोर्चा की जीत को शीर्ष प्राथमिकता मानता हूं। मैं पिछले एक वर्ष से किसान आंदोलन को पवित्र बताता रहा हूं।” राज्य कांग्रेस प्रमुख बनने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका यहां जोरदार स्वागत किया। चमकौर साहिब पंजाब के मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का विधानसभा क्षेत्र है। पार्टी समर्थकों ने सिद्धू के काफिले पर फूल बरसाए। क्रिकेट खिलाड़ी से नेता बने सिद्धू ने कई धार्मिक स्थलों का भी दौरा किया।

मोरिंडा में उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि वह प्रदर्शनकारी किसानों से पूछना चाहते हैं कि किस तरह से पंजाब सरकार उनके लिए काम कर सकती है। सिद्धू ने कहा, ”मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि किस तरह से हमारी सरकार बड़े पैमाने पर उनकी सहायता कर सकती है। देखिए, बढ़ती महंगाई, पिछले 25 वर्षों से घटती पैदावार और आय ने किसानों को आंदोलन के लिए बाध्य किया है। यह हमारी मंशा है कि इस सामाजिक आंदोलन को आर्थिक ताकत में परिवर्तित होना चाहिए।”

उन्होंने कहा कि आंदोलनकारी किसानों के समर्थन में उन्होंने अपने घर पर काला झंडा लगाया था। उन्होंने कहा, ”जब भी वे मुझे बुलाएंगे, मैं उनका आशीर्वाद लेने नंगे पांव जाऊंगा।” सिद्धू ने धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी, बिजली शुल्क और नशे का खतरा जैसा मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा, ”गुरू साहिब की बेअदबी मामले में हर पंजाबी न्याय चाहता है।” उन्होंने कहा कि लोग नशे के कारोबार में संलिप्त बड़े नामों के बारे में जानना चाहते हैं।

सिद्धू ने कहा, ”हम बिजली 18 रुपये प्रति यूनिट क्यों खरीदें जब यह दो रुपये प्रति यूनिट उपलब्ध है। जब हम जानते हैं कि प्रति वर्ष सौर ऊर्जा की दर में 20 फीसदी की कमी आ रही है तो पंजाब प्रति यूनिट सात से 18 रुपये क्यों खरीद रहा है? इसे नेशनल ग्रिड से क्यों नहीं खरीदा जाना चाहिए? हमें इन सब सवालों के जवाब देने हैं।” सिद्धू ने कहा कि पार्टी के पास 18 बिंदुओं वाला एजेंडा है।

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