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सेमीफाइनल में पीवी सिंधु के लिए बड़ी चुनाैती, जानिए काैन है ताई जू यिंग

नई दिल्ली। भारतीय स्टार बैडमिंटन महिला खिलाड़ी पीवी सिंधु टोक्यो ओलंपिक 2020 में सेमीफाइनल में पहुंच चुकी हैं। । उन्होंने जापान की अकाने यामागुची को 55 मिनट से ज्यादा चले इस मैच में 21-13 और 22-20 से हराया। इस जीत के साथ एक मेडल भारत के नाम तय हो चुका है, लेकिन सबको उम्मीद है कि वो फाइनल में पहुंचकर गोल्ड मेडल जीतें। हालांकि पीवी सिंधु के लिए सेमीफाइनल की राह आसान नहीं होगी, क्योंकि उनका सामना महिला एकल रैंकिंग में नंबर वन पर काबिज ताई जू यिंग से होगा।

1994 में जन्मी, यिंग एक पेशेवर ताइवानी शटलर हैं, जिन्होंने 22 साल की उम्र में विश्व नंबर एक बनने की उपलब्धि हासिल की।​​बैडमिंटन में उनका करियर बहुत कम उम्र में शुरू हुआ। वह विभिन्न राष्ट्रीय चैंपियनशिप में हिस्सा लेने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी भी बनीं। उसने अपनी पांचवीं कक्षा से खेल खेलना शुरू किया और साल 2009 में एशियाई जूनियर चैंपियनशिप भी जीती।

27 साल की यिंग के पास शाॅट की कमी नहीं है। उनके स्मैश को संभाल पाना आसान नहीं, जो कट के जरिए निकलते हैं। एक मजबूत बैकहैंड और शानदार नेट प्ले के साथ, वह बहुत सहनशक्ति रखती हैं। यिंग चकमा देने के लिए जानी जाती हैं। उनके फुटवर्क को पढ़ना आसान नहीं। चीनी ताइपे की शटलर की महत्वाकांक्षा ओलंपिक पदक जीतने की है और वह पूरी ताकत के साथ इसमें उतरेंगी। उसकी पिछली उपलब्धियां एक चैंपियन की कहानी बताती हैं क्योंकि वह अपनी मातृभूमि के लिए इतिहास लिखने की योजना बना रही है।

यिंग के पास रिकॉर्ड 148 सप्ताह (बीडब्ल्यूएफ इतिहास में किसी भी खिलाड़ी द्वारा सबसे अधिक) के लिए शीर्ष रैंक पर रहने का रिकॉर्ड है। केवल 152 हार के साथ 409 जीत का उनका करियर रिकॉर्ड है। गाैर करने वाली बात यह है कि पीवी सिंधु पर यिंग हावी रहती हैं। आंकड़े भी इसकी गवाही देते हैं। दोनों के बीच अभी तक 18 बार टक्कर हुई है, जिसमें ताई जू यिंग ने 13 मैचों में जीत दर्ज की है, जबकि सिंधु को सिर्फ 5 जीत मिली हैं। सिंधु की यिंग के खिलाफ बड़ी जीत 2016 रियो ओलंपिक में थी जब अंतिम-16 के मुकाबले में 21-13, 21-15 से आसानी से शिकस्त दी थी।

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