पीएम नरेंद्र मोदी ने की महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल से बात, कही ये बात
टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारतीय महिला हॉकी टीम को अर्जेंटीना के हाथों सेमीफाइनल में हार मिली है. इसी के साथ टीम का गोल्ड या फिर सिल्वर जीतने का सपना भी अधूरा रह गया है. हालांकि भारतीय हॉकी टीम अभी ब्रॉन्ज मेडल जीत सकती है. इस बीच सेमीफाइनल मुकाबले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल से फोन पर बात की. पीएम मोदी ने टीम की हार बाद एक ट्विट भी किया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कप्तान रानी रामपाल से बात करते हुए कहा कि भारतीय हॉकी टीम ने ओलंपिक में जिस तरह का प्रदर्शन किया है, वह गर्व करने के योग्य है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हार जीत जीवन का हिस्सा हैं. इसको लेकर दुखी होने की जरूरत नहीं है. इसके साथी प्रधानमंत्री ने एक ट्विट भी किया है, जिसमें लिखा है कि एक चीज जिसे हम टोक्यो ओलंपिक 2020 के लिए याद रखेंगे, वह है हमारी हॉकी टीमों का प्रदर्शन. आज हमारी हॉकी टीम ने धैर्य के साथ खेला शानदार कौशल भी दिखाया. उन्होंने कहा कि मुझे भारत की टीम पर गर्व है. आगे के खेल भविष्य के लिए शुभकामनाएं.
बता दें कि अर्जेटीना ने सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय महिला हॉकी टीम को 2-1 से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया जबकि भारत का स्वर्ण पदक मुकाबले में पहुंचने का सपना टूट गया. भारतीय टीम ने इस मुकाबले की बेहतर शुरुआत की गुरजीत कौर ने पहले क्वार्टर के दूसरे मिनट में ही गोल कर टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई. गुरजीत के गोल करते ही भारतीय खेमे में खुशी की लहर दौड़ पड़ी ऐसा लगा मानो टीम आज इतिहास रच देगी. हालांकि, दूसरे क्वार्टर में अर्जेटीना ने वापसी की कप्तान मारिया नोएल बारिओनुएवो ने गोल कर स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया. दूसरे क्वार्टर में स्कोर बराबर रहने के बाद तीसरे क्वार्टर में फिर मारिया ने गोल कर टीम को 2-1 की बढ़त दिला दी.
चौथे क्वार्टर में जहां अर्जेटीना ने बढ़त बनाए रखने की कोशिश की तो वहीं भारतीय टीम ने आगे निकलने की तमाम कोशिश की. निर्धारित समय तक हालांकि, भारतीय टीम अन्य गोल नहीं कर सकी उसका फाइनल में जाने का सपना टूट गया. भारतीय महिला टीम भले ही फाइनल में नहीं पहुंच सकी, लेकिन उसके पास कांस्य पदक जीतने का मौका अभी शेष है. कांस्य पदक के लिए उसका सामना ग्रेट ब्रिटेन से होगा जिसे एक अन्य सेमीफाइनल मैच में नीदरलैंड से 1-5 से हार का सामना करना पड़ा जबकि अर्जेटीना का स्वर्ण पदक मुकाबले में सामना नीदरलैंड से होगा.