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दिल्ली सरकार 7 नए अस्पतालों में बनाएगी 6836 आईसीयू बेड,कैबिनेट ने दी मंजूरी

नई दिल्ली। कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए दिल्ली सरकार 6 महीने में 7 नए अस्पताल तैयार करेगी। इन अस्पतालों में 6836 आईसीयू बेड़ बनेंगे। इससे दिल्ली में आईसीयू बेड की क्षमता बढ़कर 17 हजार हो जाएगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में कैबिनेट ने इस परियोजना को मंजूरी दे दी है। सरिता विहार, शालीमार बाग, सुल्तानपुरी, किराड़ी, रघुबीर नगर, जीटीबी अस्पताल और चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय में नए आईसीयू बेड बनाए जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में 6836 बेड बढ़ाए जाने के बाद आईसीयू बेड़ की क्षमता में लगभग 70 फीसदी का इजाफा होगा। यदि कोरोना की लहर आती है तो उस समय लोगों को इलाज में मदद मिलेगी। अगर कोरोना की लहर नहीं आती है तो दिल्ली के लोगों के लिए स्थायी तौर पर 7000 नए बेड तैयार हो जाएंगे। इन अस्पतालों में 1216.72 करोड़ की लागत से आईसीयू बेड बनाए जाएंगे। अस्पतालों का जल्द निर्माण करने के लिए बहुमंजिला अस्पतालों के भवनों को खोखले माइल्ड स्टील चौकोर या आयताकार ट्यूब स्टील संरचनाओं के रूप में बनाया जाएगा।

जीटीबी अस्पताल कैंपस में बनाए जाएंगे सबसे ज्यादा आईसीयू बेड
सरकार की तरफ से शालीमार बाग में 7.95 एकड़ में अस्पताल बनाया जाएगा। जिसमें 1430 आईसीयू बेड़ का अस्पताल बनाया जाएगा। इसमें फिलहाल तीन फ्लोर बनाए जाएंगे और जरुरत पड़ने पर ऊपर दो फ्लोर बनाए जा सकेंगे। किराड़ी में 2.71 एकड़ में 458 आईसीयू बेड़ का अस्पताल बनाया जाएगा। जीटीबी अस्पताल कैंपस में 6.02 एकड़ में 1912 आईसीयू बेड का अस्पताल तैयार होगा। रघुवीर नगर में 9 एकड़ में 1565 आईसीयू बेड़ का अस्पताल बनेगा।

इसी तरह सीएनबीसी में 2.32 एकड़ में 610 आईसीयू बेड का अस्पताल बनाया जाएगा। सुल्तानपुरी में 10 हजार वर्ग मीटर में 525 आईसीयू बेड का अस्पताल बनेगा। इन अस्पतालों में इमरजेंसी, ओपीडी, वार्ड सहित सभी सुविधाएं होंगी। इसके अलावा पीएसए और ऑक्सीजन टैंक का भी इंतजाम किया जाएगा। इससे मरीजों को इन अस्पतालों में किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं आएगी।

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