पिथौरागढ़: उत्तराखंड से बड़ी खबर मिली है। प्रदेस के सीमांत जिले पिथौरागढ़ में कुदरत ने कहर बरपाया है। यहां से बादल फटने की खबर मिली है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट करते हुए कहा कि पिथौरागढ़ जनपद के जुम्मा गांव के पास भूस्खलन की वजह से 2 लोगों की दु:खद मौत हो गयी एवं 5 अन्य की मलबे में दबे होने की आशंका है। इस विषय में जिलाधिकारी से बात कर रेस्क्यू मिशन तेज करने के निर्देश दिया है। मैं वहां फंसे लोगों की सलामती के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ।
आपको बता दें कि धारचूला तहसील से 12 किमी दूर कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग से लगे जुम्मा गांव में बादल फटने से भारी तबाही मची है। प्राथमिक जानकारी के मुताबिक एक महिला हादसे में घायल हुई है और पांच लोग लापता बताए जा रहे हैं। हालांकि, प्रशासन ने अभी तक दो ही लोगों के लापता होने की सूचना दी है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, राजस्व दल मौके को रवाना हो चुका है। हाइवे सहित सभी पैदल मार्ग बंद होने से गांव तक पहुंचना मुश्किल हो गया है।
रविवार देर रात सीमांत में बादल फटने से 280 मेगावाट की धौलीगंगा जल विद्युत परियोजना के तपोवन स्थित प्रशासनिक भवन के पास काली नदी का पानी जमा हो गया है। नदी किनारे स्थित दो भवन भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। काली नदी, कूलागाड़ और एलागाड़ ने रौद्र रूप ले लिया है। जुम्मा गांव के चामी तोक में बादल फटने से छह मकान ध्वस्त हो गए हैं।
जिलाधिकारी आशीष चौहान ने बादल फटने से आई आपदा से खोज और बचाव कार्य के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश देकर अधिकारियों को क्षेत्र में भेज दिया है। उधर मुनस्यारी के मालूपाती गांव में फिर भूस्खलन हुआ है। दो परिवार शिफ्ट कर दिए हैं। आठ परिवार खतरे में आ गए हैं। बंगापानी तहसील के खरतोली गाव में भूस्खलन से छह परिवार खतरे में हैं। जौलजीबी मुनस्यारी मार्ग और टनकपुर तवाघाट मार्ग सहित सीमांत के सभी मार्ग बंद है।