केरल से कर्नाटक आने वाले लोगों के लिए 7 दिन का इंस्टीट्यूशनल क्वारेंटाइन जरूरी, जानें गाइडलाइंस
नई दिल्ली: देश में कोरोना की दूसरी लहर का कहर धीरे-धीरे कम हुआ है, हालांकि संभावित तीसरी लहर की आशंका की वजह से तमाम एहतियात बरते जा रहे हैं. देश में केरल और महाराष्ट्र से कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. केरल में कोरोना के बढ़ रहे मामलों के बाद पड़ोसी राज्य कर्नाटक सतर्क हो गया है. कर्नाटक ने केरल से आने वाले लोगों पर कई पाबंदियां लगा दी हैं.
कर्नाटक सरकार ने केरल से आने वाले लोगों के लिए 7 दिन का इंस्टीट्यूशनल क्वारेंटाइन अनिवार्य कर दिया है. कर्नाटक के राजस्व मंत्री आर अशोक के हवाले से न्यूज एजेंसी ANI ने बताया, ‘एक हफ्ते का का इंस्टीट्यूशनल क्वारेंटाइन के सात दिनों के बाद कोरोना टेस्ट केरल से आने वाले लोगों के लिए अनिवार्य है.
बता दें कि केरल में सोमवार को कोविड-19 के 19,622 नये मामले सामने आने के साथ ही कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 40,27,030 हो गई. वहीं, 132 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 20,673 पर पहुंच गया. केरल में बीते 24 घंटे के दौरान 1,17,216 नमूनों की कोविड-19 जांच होने के साथ संक्रमण की दर 16.74 प्रतिशत हो गई है. राज्य में अब तक 3,13,92,529 नमूनों की कोविड-19 जांच हो चुकी है.
केरल में बीते 24 घंटे के दौरान कोविड-19 के 22,563 मरीज संक्रमण मुक्त भी हुए, जिससे राज्य में इस जानलेवा वायरस के संक्रमण को मात देने वालों की संख्या बढ़कर 37,96,317 हो गई. राज्य में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 2,09,493 हो गई है.