कोरोना पर काबू पाने के लिए क्या केरल में लगने जा रहा संपूर्ण लॉकडाउन? जानें क्या बोले CM विजयन
नई दिल्ली: देश में कोरोना की दूसरी लहर का कहर धीरे-धीरे कम हो रहा है, हालांकि केरल और महाराष्ट्र में लगातार बढ़ रहे मामलों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है. देश में रोजाना करीब 40 हजार नए मामले सामने आए रहे हैं. इनमें केरल से 30 और महाराष्ट्र से लगभग 4 हजार मामले शामिल हैं. कोरोना के बढ़ते मामलों पर लगाम लगाने के लिए राज्य सरकार ने कई पाबंदियां लागू की हैं, हालांकि वह नाकाफी साबित हो रही है. इन सबके बीच केरल के मुख्यमंत्री ने राज्य में संपूर्ण लॉकडाउन को खारिज कर दिया.
केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने राज्य में संपूर्ण लॉकडाउन से इनकार करते हुए कहा कि यह अर्थव्यवस्था और आजीविका के लिए एक बड़ा संकट पैदा करेगा.
उधर, केरल में शुक्रवार को कोरोना के 29,322 नए मामले सामने आए. इसके बाद राज्य में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 41.51 लाख से अधिक हो गए. बीमारी से 131 लोगों की मौत होने से राज्य में मरने वालों की संख्या 21,280 हो गई. नए मामले के बाद राज्य में अब कुल मामलों की संख्या बढ़कर 41,51,455 हो गई है.
इस बीच, शुक्रवार को 22,938 लोग इस बीमारी से ठीक हो गए, जिससे अब तक ठीक हो चुके कुल लोगों की संख्या बढ़कर 38,83,186 हो गई, जबकि अब एक्टिव मरीजों की संख्या 2,46,437 है. राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि पिछले 24 घंटों में 1,63,691 नमूनों की जांच की गई और जांच संक्रमण दर 17.91 प्रतिशत रही. राज्य में अब तक 3,20,65,533 नमूनों की जांच की जा चुकी है.
उधर, कोरोना के तेजी से बढ़ रहे मामलों के बीच सुप्रीम कोर्ट ने 6 सितंबर से केरल में शुरू होने वाली 11वीं की ऑफलाइन परीक्षा आयोजित करने के राज्य सरकार के फैसले पर रोक लगा दी. शीर्ष अदालत ने कहा कि कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण राज्य में स्थिति चिंताजनक है. न्यायालय ने कहा कि देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों में से करीब 70 प्रतिशत केरल में हैं. शीर्ष अदालत ने कहा कि इस उम्र के बच्चों को जोखिम में नहीं डाला जा सकता.