समय से किये गये उपायों के कारण जनधन की हानि को रोका जा सका: मुख्यमंत्री
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के मोहरीपुर के पश्चिम संझाई रामपुर चक, नूरुद्दीन चक तथा खोराबार ब्लॉक में बेलवार गांव तथा गोला तहसील के वी0एस0ए0वी0 इण्टर कॉलेज में बाढ़ प्रभावित लोगांे को राहत सामग्री का वितरण किया। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों से संवाद स्थापित करते हुए प्रशासन द्वारा प्रदान की जा रही राहत एवं मदद के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने बाढ़ प्रभावितों को आश्वस्त किया कि केन्द्र व राज्य सरकार संकट के समय में आप सभी के साथ हैं। प्रदेश सरकार आप सबको मदद देने के लिये पूरी तत्परता के साथ लगी हुई है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में एक बड़ी आबादी बाढ़ की चपेट में आयी है। आपदा के समय केन्द्र एवं प्रदेश सरकार आप लोगों के साथ खड़ी हैं। राज्य सरकार बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिये पूरी ईमानदारी एवं प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। जल स्तर ऊपर उठने के बावजूद इस बार तरकुलानी रेग्यूलेटर बनने से काफी राहत मिली है। प्रदेश सरकार द्वारा प्रत्येक बाढ़ पीड़ित परिवार को राहत सामग्री तथा पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था की गयी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्लोरीन की गोली पानी में डालकर, छानकर पानी पियें, इससे प्रत्येक व्यक्ति स्वस्थ रहेगा। बीमारियों से बचाव के लिए आज से 12 सितम्बर तक विशेष स्वच्छता अभियान आरम्भ किया गया है। जनप्रतिनिधिगण एवं आमजन इस कार्यक्रम से जुडंे़ और सहयोग करें। उन्होंने कहा कि डेंगू, मलेरिया, मस्तिष्क ज्वर, कालाजार सभी बीमारियों से बचना है, इसके लिये साफ-सफाई आवश्यक है। जहां गंदगी होगी वहां बीमारी जरूर होगी। हम सबका संकल्प होना चाहिए कि सफाई रहे और व्यक्ति स्वस्थ रहे। उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से व्यापक पैमाने पर कार्य करकेे स्वच्छता अभियान को सफल बनाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने व्यवस्था प्रारम्भ की है कि बाढ़ की चपेट में आने से या डूबने से किसी व्यक्ति की दुःखद मौत होती है, तो उसके परिवार के सदस्य को 04 लाख रुपये की तत्काल सहायता उपलब्ध करायी जायेगी। बाढ़ के कारण यदि किसी का मकान क्षतिग्रस्त हुआ है तो उसको तत्काल पक्के मकान के लिये 95 हजार रुपये की धनराशि उपलब्ध करायी जायेगी। अगर किसी व्यक्ति का कच्चा मकान क्षतिग्रस्त हुआ है, तो उसे तत्काल आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी जायेगी। किसी किसान या बटाईदार की आपदा के कारण दुःखद मृत्यु होती है तो उसके परिवार को भी 24 घंटे के अन्दर सहायता राशि उपलब्ध करायी जायेगी। किसी पशुपालक के पशु की मौत आपदा के कारण होती है तो उन्हें भी आर्थिक सहायता तत्काल उपलब्ध करायी जायेगी। जिन लोगांे के मकान नदी की धारा में बह गये हैं, उन्हें जमीन का पट्टा देने के साथ ही उनके लिये मुख्यमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत आवास उपलब्ध कराया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर के नगरीय तथा ग्रामीण क्षेत्र में बाढ़ बचाव के लिये पुख्ता व्यवस्था की जा रही है। महानगर में अलग-अलग पम्पिंग सेट स्थापित किये गये हैं, सफाई और स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने कहा कि समय से किये गये उपायों के कारण जनधन की हानि को रोका जा सका है। जिन किसानों की फसल बाढ़ के कारण नष्ट हुई है, उनका सर्वेक्षण कर उन्हें मुआवजा देने के लिये प्रशासन को निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा पीड़ितों के लिए प्रत्येक स्तर पर व्यवस्था की गयी है, जिससे उन्हंे हर सम्भव मदद मिल सके। प्रत्येक पीड़ित परिवार को पर्याप्त मात्रा में राहत सामग्री मिलेगी, जिसमें 10 किलो चावल, 10 किलो आटा, 10 किलो आलू, चना, नमक, मसाले, दियासलाई, बरसाती आदि सभी चीजे प्रदान की जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सब का दायित्व बनता है कि संकट के समय पीड़ित परिवार को सम्बल प्रदान करते हुए हर प्रकार का सहयोग करें। उन्होंने कहा कि आगामी 25 सितम्बर को प्रत्येक ब्लॉक मुख्यालय पर, एक वृहद् गरीब कल्याण मेला लगाया जायेगा, जहां पर आरोग्यता की जांच के साथ ही जाति प्रमाण पत्र, मूल निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, बैंक से लोन लेने की कार्यवाही, कृषि ऋण के लिये व्यवस्था के साथ ही वहां अनेक प्रकार के प्राविधान किये जाएंगे, जिससे किसी भी जरुरतमन्द को अपनी जरूरत के लिये इधर-उधर भटकना नहीं पडे़गा।