3 साल से 1 जिले में जमे पुलिस अफसरों का हो सकता है तबादला, सीएम योगी ने बनाई कमेटी
आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में पुलिसिंग की ओवरहालिंग शुरू होने जा रही है. गुरुवार को मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक के बाद 1 जिले में 3 साल या उससे अधिक समय से जमे पुलिसकर्मियों की स्क्रीनिंग के लिए दो कमेटी गठित कर दी गई हैं. इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के एसपी को 1 सप्ताह के अंदर दागी और काम ना करने वाले थानेदारों और पुलिस अफसरों को हटाने का आदेश दे दिया है.
गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलों के डीएम, एसपी समेत फील्ड में तैनात अफसरों की मैराथन समीक्षा बैठक की. बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने साफ निर्देश दिए कि जिले में थानेदार व co मेरिट के आधार पर पोस्ट किया जाए. दागी व जनता से शिकायत मिलने वाले पुलिस कर्मियों को एक हफ्ते में हटा दिया जाए. मुख्यमंत्री ने ऐसे पुलिस कर्मियों को चिन्हित करने के लिए दो स्क्रीनिंग कमेटी भी गठित की हैं. सीओ व एडिशनल एसपी के रिपोर्ट कार्ड को डीजी इंटेलिजेंस, एडीजी कानून व्यवस्था व होम सेक्रेट्री की स्क्रीनिंग कमेटी तैयार करेगी.
वही इंस्पेक्टर व सब इंस्पेक्टर की स्क्रीनिंग के लिए एडीजी कानून व्यवस्था, एडीजी स्थापना व गृह सचिव की स्क्रीनिंग कमेटी समीक्षा कर रिपोर्ट भेजेगी. स्क्रीनिंग कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर थानेदार सीओ व एडिशनल एसपी को फील्ड पोस्टिंग से अलग किया जा सकता है. फिलहाल गुरुवार को मुख्यमंत्री की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की गई इस समीक्षा बैठक और स्क्रीनिंग कमेटी की रिपोर्ट के बाद चर्चा है कि कई जिलों के डीएम व एसपी भी हटाए जा सकते हैं. ऐसे में आने वाले दिनों में पुलिस महकमे में जबरदस्त हलचल देखने को मिलने वाली है. रिपोर्ट के आधार पर ताबड़तोड़ ट्रांसफर होते दिख सकते हैं.