उत्तराखंड

कोविड महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों की वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से काउंसलिंग करते हुए उनकी शिक्षा एवं पोषण स्तर पर रखा जाए विशेष ध्यान – जिलाधिकारी

चमोली : कोविड महामारी में अनाथ हुए बच्चों की वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से कांउसलिंग करते हुए उनके शिक्षा एवं पोषण स्तर पर विशेष ध्यान रखा जाए। यह निर्देश जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने वृहस्पतिवार को विकास भवन सभागार में महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं की प्रगति समीक्षा करते हुए विभागीय अधिकारियों को दिए।

जिलाधिकारी ने बाल विकास विभाग को जिले में कुपोषित बच्चों के पोषण का ध्यान रखते हुए उनके पोषण स्तर में सुधार लाने के निर्देश दिए। कहा कि पौष्टिक आहार को टेक होम राशन (टीएचआर) मेन्यू में शामिल करते हुए समय पर टीएचआर वितरण सुनिश्चित किया जाए। कोविड के बाद जो बच्चे स्कूल नही आ रहे है उनको दोबारा स्कूल लाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए। कोविड महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों की वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से काउंसलिंग करते हुए उनकी शिक्षा एवं पोषण स्तर पर विशेष ध्यान रखा जाए।

जिलाधिकारी ने निर्देश दिए जनपद में निर्माणाधीन आंगनबाडी भवनों की मॉनिटरिंग करते हुए निर्माण कार्यो की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। जिले की अधिक से अधिक आंगनबाडी केन्द्रों में न्यूट्री गार्डन तैयार किए जाए। वन स्टॉप सेंटर के भवन निर्माण कार्यो की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने जल्द से जल्द निर्माण कार्यो को पूरा कराने के निर्देश दिए।

इस दौरान जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री बाल पोषण अभियान, बेटी बचाओ बेटी पढाओं, राष्ट्रीय पोषण मिशन, पीएम मातृ वंदना योजना, मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना तथा आईसीडीएस के अन्तर्गत आंगनबाडी केन्द्रों में पंजीकृत लाभार्थियों, स्वास्थ्य परीक्षण, प्रतिरक्षा, टीकाकरण, अनुपूरक पोषाहार, बाल्यावस्था देखभाल आदि कार्यो की विस्तृत समीक्षा करते हुए सभी पात्र लाभार्थियों तक योजनाओं का लाभ पहुॅचाने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी वरूण चौधरी, अर्थ एव संख्याधिकारी आनंद सिंह जंगपांगी, डीपीओ संदीप कुमार, सीडीपीओ सोएब हुसैन, महिला सशक्तिकरण अधिकारी मंजू खत्री, आंगनबाडी सुपरवाईजर आदि उपस्थित थे।

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