13 वर्षीय बच्ची के साथ रेप के आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार, दिल्ली में चल रहा है इलाज
बुलंदशहर, 27 अक्टूबर: खबर उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले से है। यहां 15 अक्टूबर को अहमदगढ़ थाना क्षेत्र में 13 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया था। आरोप था कि उसी के गांव के एक 45 वर्षीय व्यक्ति ने उसके दुष्कर्म किया था। गंभीर हालत में पुलिस ने बच्ची को दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां उसका इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है कि बच्ची के शरीर पर कई चोटे के निशान थे। तो वहीं, दिमाग में चोट लगने के कारण उसे न्यूरो संबंधी समस्याएं भी हैं।
बता दें कि अस्पताल में इलाज करवा रही पीड़ित बच्ची से दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने मुलाकात की है। मुलाकात के बाद कड़ा रूख अख्तियार करते हुए इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करने के लिए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भी लिखा है। तो वहीं, इस मामले में अहमदगढ़ थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। बुलंदशहर एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि मेडिकल रिपोर्ट में बच्ची के साथ बलात्कार की पुष्टि हुई है। फिलहाल बच्ची का इलाज दिल्ली में चल रहा है।
बुलंदशहर एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि अहमदगढ़ थाना क्षेत्र में 15 अक्टूबर को पीड़िता बच्ची के पिता के 45 वर्षीय मिलने वाले ने गलत काम किया गया था। जिस समय घटना को अंजाम दिया उस वक्त बच्ची के माता-पिता खेत पर गए हुए थे और घर पर 13 साल की बच्ची अकेली थी। एसएसपी ने बताया कि 45 वर्षीय शख्स ने बच्ची को घर पर अकेला देख गलत किया और उसे मारने की नियत से गला दबा दिया था। जिससे बच्ची बेहोश हो गई थी।
बताया कि परिजनों ने अहमदगढ़ थाने पर तहरीर दी। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया था और अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। एसएसपी ने बताया कि पीड़ित बच्ची के मेडिकल रिपोर्ट में रेप की पुष्टि हुई है। पुष्टि होने के बाद एफआईआर में धारा 376 की वृद्धि कर दी गई है। लक्ष्मीबाई योजना में आर्थिक मदद के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। बच्ची का दिल्ली में इलाज चल रहा है।
स्वाति मालीवाल ने बताया कि अस्पताल के डॉक्टरों के अनुसार पीड़ित बच्ची के शरीर पर कई गंभीर चोटें हैं। उसके मस्तिष्क में चोट के कारण उसे एक गंभीर न्यूरोलॉजिकल समस्या भी हो गई है। इस कारण उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिख मामले की ओर उनका ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से पीड़ित बच्ची के गरीब परिवार से होने पर उसको तत्काल पर्याप्त मुआवजा प्रदान देने की मांग की और मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में की जाए।