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मप्र में हवाई सेवाएं बढ़ने से पर्यटन और निवेश को मिलेगा लाभ

भोपाल। मध्य प्रदेश का देश के अलग-अलग हिस्सों से हवाई संपर्क बढ़ रहा है। इसका लाभ राज्य के पर्यटन और निवेश को मिल सकता है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भोपाल से नई दिल्ली अतिरिक्त विमान सेवा प्रारंभ होने से प्रदेश में पर्यटन के विकास और नए निवेश को लाने में सहयोग मिलेगा। भोपाल और इंदौर से अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के प्रारंभ होने से प्रदेश लाभान्वित होगा।

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा इंडिगो की नई फ्लाइट इंदौर से सूरत, जोधपुर व प्रयागराज प्रारंभ किए जाने के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भोपाल के नागरिकों की बहुत वर्ष से मांग थी कि मध्यप्रदेश से दिल्ली की एयर कनेक्टिविटी में वृद्धि हो। इस सुविधा का लाभ केवल यात्रियों के आवागमन के लिए नहीं होगा। इसका लाभ उद्योगों को लगाने, नए इनवेस्टमेंट को आमंत्रित करने, बिजनेस और व्यापार तथा मध्यप्रदेश के पर्यटन को बढ़ाने में भी मिलेगा।

उन्होंने आगे कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्म-निर्भर भारत का मंत्र दिया है। मध्यप्रदेश सरकार ने प्रधानमंत्री मोदी के बताए हुए मार्ग पर चलते हुए गत वर्ष तय किया था कि आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के लिए चार प्रमुख आयाम होंगे। इनमें एक अधोसंरचना भी है। हर तरह के परिवहन को बढ़ावा देना भी इसमें शामिल है। इससे पयर्टन क्षेत्र को लाभ होगा और रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं कि भोपाल में आर्थिक गतिविधियां बढ़ें। इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर में भी सभी तरह का कारोबार बढ़े हैं। विंध्य क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। सीधी, सिंगरौली या बुंदेलखण्ड अंचल के सागर को भी कनेक्टिविटी की दृष्टि से समृद्ध करेंगे, तो निश्चित तौर पर यहां भी निवेश को बढ़ावा मिलेगा। जबलपुर संभाग का कान्हा और शहडोल संभाग का बांधवगढ़ नेशनल पार्क, टाइगर रिजर्व है। कटनी,सतना और सिंगरौली औद्योगिक क्षेत्र हैं। जबलपुर संस्कारधानी होने से यहां से उड़ानें शुरू की गई हैं, जिससे पर्यटकों को सुविधा मिले और व्यापार को बढ़ाने में भी सहायता मिलेगी। भोपाल मध्यप्रदेश की राजधानी है। यहां अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें प्रारंभ होना अत्यंत आवश्यक है। इंदौर से भी अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें प्रारंभ होना चाहिए।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भोपाल को अगर अंतर्राष्ट्रीय स्तर का दर्जा मिलेगा तो निश्चित रूप से अंतर्राष्ट्रीय कनेक्टिविटी का लाभ पूरे प्रदेश को प्राप्त होगा।
केंद्रीय नागरिक उडडयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, आज का दिन मध्यप्रदेश के लिए महत्वपूर्ण है। झीलों की नगरी का विश्व में नाम है। भोपाल में इतिहास और भविष्य का समागम दिखाई देता है। गत चार माह में नागर विमानन सुविधाएं बढ़ी हैं। जुलाई माह के पहले के करीब 554 एयर क्राफ्ट मूवमेंटस अब बढ़ कर 870 हो गए हैं। यह वृद्धि 60 प्रतिशत है। पहले 27 शहर हवाई सेवाओं से जुड़े थे, आज मध्यप्रदेश के 22 शहर बढ़कर संख्या 49 हो गई है। यह वृद्धि 82 प्रतिशत है।

उन्होने आगे कहा इंदौर से प्रयागराज, सूरत और जोधपुर से भी नई सेवाओं को प्रारंभ किया गया है। एक दिन में मध्यप्रदेश को चार राज्य से जोड़ दिया गया है। हवाई आवागमन का जाल बिछाने का कार्य निरंतर चलेगा। मध्यप्रदेश के भीतर भी नगरों को परस्पर हवाई सेवाओं से जोड़ने के प्रयास होंगे। छोटे एयर क्राफ्ट भी चलाए जाएंगे, जिससे प्रदेश के वाइल्ड लाइफ से जुड़ी लोकेशंस को जोड़ा जाएगा।

मुख्यमंत्री चौहान ने केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग, नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री वी.के. सिंह का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते उपस्थित थे।

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