झांसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यहां राष्ट्ररक्षा समर्पण पर्व के समापन अवसर पर स्वदेशी तकनीक से निर्मित हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर सहित अन्य अत्याधुनिक रक्षा उपकरण भारतीय सेना को सौंप कर रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता को सुनिश्चित करने का स्पष्ट संदेश दिया। मोदी ने प्रथम स्वाधीनता संग्राम की महानायक झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की 193वीं जयंती के अवसर पर आयोजित राष्ट्ररक्षा समर्पण पर्व के समापन समारोह में वायु सेना अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी को अत्याधुनिक तकनीक से लैस हेलीकॉप्टर सौंपा। इसका निर्माण हिन्दुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड (एचएएल) ने किया है। उन्होंने स्वदेश निर्मित सैन्य महत्व के अन्य विमान, पनडुब्बी और युद्धपोत भी सेना को सौंपे।
पीएम मोदी ने इससे पहले रक्षा उपकरणों के देश में ही बनाने के लिए प्रस्तावित डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरीडोर के झांसी नॉड की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा कि इस इकाई के बनने से न सिर्फ देश सैन्य जरूरतों के मामले में आत्मनिर्भर बनेगा बल्कि झांसी में रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। उन्होंने कहा, ‘लंबे समय से भारत को दुनिया के सबसे बड़े हथियार खरीदार देशों में गिना जाता रहा है। लेकिन आज देश का मंत्र है, मेक इन इंडिया, मेक फॉर वर्ल्ड। आज भारत अपनी सेनाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए काम कर रहा है।’
राष्ट्र रक्षा समर्पण पर्व में पीएम मोदी के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, केंद्रीय राज्य मंत्री भानु प्रताप वर्मा समेत कई प्रमुख नेता शामिल हुए। राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा, ‘मैं देश को आश्वस्त करना चाहता हूं कि वह दिन जल्द आएगा, जब देश की रक्षा जरूरतों के 90 फीसदी उपकरण भारत में बनेंगे।’ पीएम ने इसी क्रम में यहां रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा का अनावरण किया और एनसीसी कैडेट्स से भी मुलाकात की। उन्होंने कहा,’आज शौर्य और पराक्रम की पराकाष्ठा हमारी रानी लक्ष्मीबाई जी की जन्मजयंती है। आज झांसी की ये धरती आजादी के भव्य अमृत महोत्सव की साक्षी बन रही है। आज इस धरती पर एक नया, सशक्त और सामर्थ्यशाली भारत आकार ले रहा है। झांसी क्रांतिकारियों की झांकी है।’
इससे पहले दिन में पीएम मोदी ने जनपद महोबा, हमीरपुर, बांदा व ललितपुर में 3,240 करोड़ रुपये की अर्जुन सहायक परियोजना, भावनी बांध परियोजना, रतौली बांध परियोजना, मसगांव-चिल्ली स्प्रिंकलर परियोजना का भी लोकार्पण किया।