जीवनशैली

सर्दियों में बच्चों के लिए सही में फायदेमंद है ब्रांडी या रम

पूरे देश में इस समय कड़ाके की ठंड पड़ रही है। कई जगह तो तापमान माइनस डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। ऐसे में बच्चे तो छोड़िए बड़ों को भी कई सारी हेल्थ प्रॉब्लम्स हो रही है। सर्दियों में खासकर बच्चों को सर्दी-जुखाम, बुखार की समस्या ज्यादा होती है। ऐसे में माएं अपने बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए ठंड में उन्हें अल्कोहल (Brandy, Rum) देना शुरू कर देती हैं। नवजात बच्चों के हाथ पांव में ब्रांडी लगाने से लेकर बच्चों को ब्रांडी पिलाने तक से वह परहेज नहीं करती हैं। उन्हें ऐसा लगता है कि शायद अल्कोहल का सेवन करवाने से उनके शरीर को गर्माहट मिलेगी। लेकिन क्या आप जानते हैं आप की यह छोटी सी भूल बच्चों के लिए काफी मुश्किल खड़ी कर सकती है। आइए आपको बताते हैं कि क्या ठंड में ब्रांडी या रम बच्चों को देनी चाहिए या नहीं…

ठंड के मौसम में बच्चों को कोल्ड, फ्लू और वायरल संक्रमण जैसी बीमारियां आसानी से अपना शिकार बना लेती है। ऐसे में इस समय उनकी खास देखभाल करने की जरूरत होती है। लेकिन बच्चों को इससे बचने के लिए कभी भी अल्कोहल नहीं देना चाहिए।

डॉक्टर्स की मानें तो बच्चों का शरीर अल्कोहल झेल नहीं सकता है। कई बार इसकी ज्यादा मात्रा हो जाने से बच्चों को चक्कर आना, उल्टी और कई केसों में बच्चों की तबीयत ज्यादा बिगड़ जाना भी शामिल होता है।

सर्दी में बच्चों को ब्रांडी देने से उनको एसिडियॉसिस हो सकता है, क्योंकि इससे उनके पेट और शरीर में पीएच स्तर गड़बड़ हो सकता है और इसकी वजह से खून में एसिड की मात्रा ज्यादा हो सकती है।

ऐसे में हर मां का सवाल होगा कि कैसे बच्चों को सर्दी में गर्माहट दी जाए? तो आपको बता दें कि बच्चों को गर्म पानी, दूध, सूप जैसी चीजें देकर उनके शरीर को गर्म रखा जा सकता है। इसके अलावा, उन्हें हल्का और पोषण से भरपूर खाना खिलाएं, जो उनकी इम्यूनिटी को बूस्ट करेगा।

अक्सर लोग बच्चों को सर्दियों में रोज नहलाने से परहेज करते हैं। जबकि, डॉक्टर्स का कहना है कि रोजाना नहलाने से बच्चे कीटाणुओं से दूर रहते है और उनको संक्रमण का खतरा कम रहता है। हालांकि, नवजात बच्चों को आप रोज नहलाने की जगह गर्मपानी से स्पंज कर सकते हैं।

ठंड के दिनों में बच्चों को गर्माहट देने के लिए रोज उनकी 10-15 मिनट मालिश जरूर करें। इससे बच्चों को गर्माहट मिलती है। मालिश के लिए आप बादाम, जैतून, सरसों या बच्चों के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। मालिश और नहाने के बीच 15-20 मिनट का गैप जरूर दें।

बच्चों को स्वटर-जैकेट पहनाने के अलावा उनके कान, सिर और पैरों को अच्छी तरीके से ढककर रखें, क्योंकि सबसे पहले सर्दी इन्हीं जगह से लगती है। याद रखें कि बच्चों के कपड़े गर्म होने के साथ ही आरामदायक भी हो।

अक्सर लोग बच्चों को सर्दियों में फल जैसे- केला, संतरा या स्ट्राबेरी देने से परहेज करते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे बच्चों को सर्दी हो जाती है। लेकिन ऐसा नहीं है, अगर आप दोपहर के समय बच्चों के ये फल खिलाती है, तो इससे उनकी इम्यूनिटी बढ़ती है।

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