नई दिल्ली: राजधानी में कोरोना संक्रमण बुजुर्गों के लिए सबसे खतरनाक साबित हो रहा है। बीते पांच दिनों में जिन 46 लोगों की मौत हुई उसमें 60 से अधिक उम्र के 25 लोग शामिल हैं। दिल्ली सरकार द्वारा संक्रमण से जान गंवाने वालों की डेथ ऑडिट रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। पिछले पांच दिनों में 46 लोग कोरोना के कारण जान गंवा चुके हैं। इसमें 28 पुरुष और 18 महिलाएं हैं।
रिपोर्ट में गंभीर बात यह है कि पिछले पांच दिनों के दौरान कोरोना से जान गंवाने वालों में से 50 फीसदी यानी 23 लोगों की मौत संक्रमित होने के 24 घंटे के भीतर ही हो गई। इनमें 12 लोगों की मौत संक्रमित होने के दिन हुई, जबकि 11 ने अस्पताल में इलाज के दौरान 24 घंटे के भीतर दम तोड़ दिया। एक अधिकारी ने बताया कि जिन मरीजों की भर्ती के ही दिन या एकदिन के भीतर जान गई, उनमें हृदयाघात एवं फेफड़ों और हृदय के बीच रक्त लाने- ले जाने वाली धमनियों के अवरुद्ध हो जाने के मुख्य कारण थे।
अस्पताल बन रहे सुपर स्प्रेडर
रिपोर्ट के आंकड़े यह सवाल भी उठा रहे हैं कि क्या अस्पताल ही कोरोना संक्रमण के सुपर स्प्रेडर बन रहे हैं। रिपोर्ट बताती है कि पांच दिन में जिन 46 लोगों की मौत हुई, उसमें 21 लोग ऐसे थे जो अस्पताल में किसी दूसरे इलाज के लिए आए थे। वहां संक्रमित होने के बाद उनकी मौत हुई।
78 फीसदी ओमीक्रोन संक्रमित
दिल्ली में एक से नौ जनवरी के बीच संक्रमित पाए गए लोगों में करीब 78.7 फीसदी कोरोना के ओमीक्रोन वैरिएंट से संक्रमित हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक 511 कोविड संक्रमितों के सैंपल जिनोम सिक्वेसिंग के लिए भेजे गए थे, जिसमें 402 में ओमीक्रोन की पुष्टि हुई है। 17.4 फीसदी में डेल्टा वैरिएंट मिला है।