80 और 20 की नई परिभाषा समझाई अखिलेश यादव ने , बोले-बाबा आज ही गोरखपुर चले गए
लखनऊ: मंत्री और भाजपा की सदस्यता छोड़ने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य समेत तमाम नेताओं ने शुक्रवार को सपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने खुद साफा पहनाकर सभी विधायकों का पार्टी में स्वागत किया। इस दौरान अखिलेश यादव के निशाने पर एक बार फिर सीएम योगी आदित्यनाथ थे। कुछ दिन पहले सीएम योगी 80 प्रतिशत लोगों के समर्थन और 20 प्रतिशत के विरोध की बातें कही थीं। सीएम योगी के 20 प्रतिशत को अल्पसंख्यकों से जोड़ा गया था। इसी का जवाब देते हुए अखिलेश ने 80 और 20 की नई परिभाषा समझाई। अखिलेश ने कहा कि जो लोग 80 और 20 की बात कर रहे हैं, उन्हें समझ लेना चाहिए कि 80 प्रतिशत लोग तो पहले से ही समाजवादी पार्टी के साथ खड़े हो गए थे। आज जिन जिन लोगों ने मंच और मैदान को देखा होगा, स्वामी प्रसाद की बातें सुनी होगी, 20 प्रतिशत भी उनके खिलाफ हो गए हैं। अखिलेश ने कहा कि तीन चौथाई की बातें करने वाले अब तीन चार फीसदी की बात कर रहे हैं। अखिलेश ने कहा कि सरकार के लोगों को पहले ही पता चल गया था कि स्वामी प्रसाद मौर्य और धर्म सिंह सैनी के साथ बड़ी संख्या में लोग सपा में आ रहे हैं। मुख्यमंत्री पहले ही गोरखपुर चले गए। उनका टिकट 11 तारीख का बुक है लेकिन आप लोगों के आने से आज ही वापस गोरखपुर चले गए हैं। उन्हें वापस भेजना जरूरी भी है। पीछे मुड़कर देखें तो बाबा मुख्यमंत्री ने प्रदेश को बरबाद कर दिया है।
गरीबों का जेब काटकर अमीरों की तिजोरी भर रही भाजपा
अखिलेश ने कहा कि किसानों से वादा किया था कि आय दोगुनी हो जाएगी। आज की महंगाई में किसान परेशान हैं। किसी फसल को सरकार ने खरीदा नहीं। खाद उपलब्ध नहीं करा पाई। भाजपा ने डीजल पेट्रोल महंगा कर दिया। जिस कंपनी का पेट्रोल डीजल है वह आज 6 सौ प्रतिशत मुनाफा कमा रही है। गरीबों की जेब काटकर अमीरों की तिजोरी भरने का काम भाजपा के लोग कर रहे हैं।
हमारी गिनती पर मुहर लगने जा रही है
अखिलेश ने कहा कि जो गिनती हम लोगों ने बताई थी, अब उस पर मुहर लगने जा रही है। मंच पर बैठे लोग और यहां आए हमारे साथियों ने तय कर दिया है कि समाजवादी और अंबेडकर वादी अब जुट जाएं तो 400 सीटें हम जरूर जीत जाएंगे। अखिलेश ने कहा कि जनता बदलाव की तैयारी में जुटी है। नौकरी मांग रहे नौजवानों को लाठी मारी गई। ठोको नीति चलाई गई। लोगों से बदला लिया गया। स्वामी प्रसाद के आते ही पता नहीं किस जमाने का वारंट जारी करा दिया गया। जिनका हमें साथ मिला है लगातार उन्हें परेशान किया जा रहा है। डिजिटल इंडिया का करामात देखिये। छापा मारना था किसी और के यहां लेकिन अपने यहां ही मार लिया।
सेमिफाइनल नहीं, यही फाइनल चुनाव है
अखिलेश ने कहा कि समाजवादी और अंबेडकरवादी साथ आ गए हैं। साइकिल की रफ्तार को अब कोई नहीं रोक सकता है। कहा कि भाजपा ने तमाम ऐसे फैसले लिये जो कभी किसी ने सोचा नहीं था। कई बार लोग कहते हैं कि यह चुनाव सेमीफाइनल है। यह सेमीफाइनल नहीं, यही फाइनल चुनाव है।
अब दिल्ली वाले भी बाबा की मदद नहीं कर सकते
अखिलेश ने कहा कि घर में बेटा पढ़ाई में कमजोर हो तो पूरा परिवार मदद में जुट जाता है। परिवार वाले परीक्षा दिलाने में चले जाते हैं। यूपी के बाबा मुख्यमंत्री के साथ यही हो रहा है। उनकी मदद के लिए दिल्ली वाले आ रहे हैं। लेकिन अब कितनी भी मदद कर लें, बाबा फेल हो चुके हैं। ये पास होने वाले नहीं है। इनका सुपड़ा साफ हो जाएगा।
भाजपा वाले हिट विकेट हो गए
अखिलेश ने कहा कि इस बार बीजेपी वाले ऐसे हिट विकेट हुए कि हमारे नेताओं की रणनीति ही नहीं समझ पाए। इस बार पत्रकार साथियों को भी पता नहीं चला। अखिलेश ने कहा कि किसी ने नहीं सोचा था कि छापा पड़ेगा, किसी ने नहीं सोचा था कि मौर्या जी पूरी टीम के साथ आ जाएंगे। केशव प्रसाद मौर्य का बिना नाम लिये कहा कि अभी तक तो किसी को स्टूल मिलता था। पता नहीं स्टूल वाले का क्या होगा। इसलिए जिन्हें 11 तारीख को जाना था, आज ही गोरखपुर चले गए। कहा कि इस बार पत्रकार साथी भी हमारे साथ आ गए हैं। न सिर्फ हम लोग बाबा को हटाना चाहते हैं, बल्कि यह लोग भी हटाना चाहते हैं।
वर्चुअल डिजिटल के साथ फिजिकल करेंगे मुकाबला
अखिलेश ने कहा कि इस बार का चुनाव वर्चुअल और डिजिटल होने की बातें हो रही हैं। लेकिन हमारे कार्यकर्ता फिजिकल भी मुकाबला करेंगे। घर घर जाकर चुनाव प्रचार करेंगे। चुनाव आयोग के नियमों का पालन करेंगे और भाजपा का मौके पर फिजिकल मुकाबला करेंगे। यही चुनाव फाइनल है।