क्रिकेट के मैदान पर बना अनोखा रिकॉर्ड, 23 खिलाड़ी हुए बोल्ड, 2 गेंदबाजों ने 8-8 बार विकेट गिराए
नई दिल्ली. क्रिकेट में रोजाना कोई ना कोई रिकॉर्ड बनता है. लेकिन कुछ रिकॉर्ड ऐसे हाेते हैं, जिसका टूटना शायद असंभव होता है. ऐसा ही एक रिकॉर्ड है, एक मैच में 23 खिलाड़ियों के बोल्ड होने का. 135 साल पहले बना यह वर्ल्ड रिकॉर्ड आज तक नहीं टूट सका है. ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच (Australia vs England) खेले गए इस मुकाबले में कुल 40 विकेट गिरे थे. 2 गेंदबाजों ने 8-8 खिलाड़ियाें को बोल्ड भी किया था. आइए आपको इस रोचक कहानी के बारे में बताते हैं.
फरवरी-मार्च 1887 में सिडनी मैदान पर खेले गए टेस्ट में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया. टीम पहली पारी में 109 ओवर में सिर्फ 151 रन बना सकी. 6 खिलाड़ी बोल्ड हुए. तेज गेंदबाज चार्ली टर्नर (Charlie Turner) ने 5 विकेट लिए और 4 बल्लेबाजों को बोल्ड किया. जवाब में ऑस्ट्रेलिया की टीम 55.1 ओवर में सिर्फ 84 रन पर सिमट गई. तेज गेंदबाज जॉर्ज लोहमैन (George Lohmann) ने 8 विकेट लिए. उन्होंने 7 बल्लेबाजों को बोल्ड किया.
दूसरी पारी में बनाए 154
इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में जोरदार संघर्ष किया. टीम 140.1 ओवर में 154 रन बनाकर सिमट गई. चार्ली टर्नर ने दूसरी पारी में 4 विकेट लिए और सभी को बोल्ड किया. इस तरह से उन्हाेंने मैच में अकेले 8 खिलाड़ियों को बोल्ड किया. अब ऑस्ट्रेलिया को मैच जीतने के लिए 222 रन बनाने थे. जवाब में टीम 110 ओवर में 150 रन बनाकर पवेलियन लौट गई और इंग्लैंड ने यह ऐतिहासिक मुकाबला 71 रन से जीत लिया.
जॉर्ज लोहमैन ने दूसरी पारी में 2 विकेट लिए और इसमें से एक खिलाड़ी को बोल्ड किया. इस तरह से लोहमैन और टर्नर ने 8-8 खिलाड़ियों को बोल्ड करने का अनोखा रिकॉर्ड अपने नाम किया. क्रिकेट के इतिहास में सिर्फ एक ही बार यह कारनामा हुआ है. इसके अलावा 2 मैच में 22-22 खिलाड़ी बोल्ड हुए हैं. 25 फरवरी से यह 4 दिवसीय टेस्ट शुरू हुआ था. 27 फरवरी को रेस्ट डे था. यह मैच अंतिम दिन 1 मार्च को खत्म हुआ था.