अबोहर कांड: 3 मुख्यारोपी गिरफ्तार, डोडा बेकसूर: DIG
गौरतलब है कि मामले में नामजद विक्की पंडित नामक आरोपी को एक दिन पहले राजस्थान से गिरफ्तार किया गया था। चहल ने कहा कि मामले की जांच एसएसपी फाजिल्का की देखरेख में पुलिस टीम कर रही है।
मामले में शामिल पाए जाने वाले आरोपियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा जबकि नाजायज तौर पर या राजनीतिक दबाव में किसी निर्दोष का नाम इस मामले में शामिल नहीं किया जाएगा। गौरतलब है कि पुलिस ने इस मामले में फार्महाउस के मालिक शिवलाल डोडा और उनके भतीजे समेत 11 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था।
वाल्मीकि समुदाय में रोष
जालंधर के वाल्मीकि चौक पर प्रदर्शन की अगुवाई करते हुए भावाधस के कन्वीनर पार्षद वीरभान दानव ने कहा कि सरकार की शह पर पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है।
सरे बाजार में युवकों के हाथ पैर काटे गए है आरोपियों को गिरफ्तार कर फांसी की सजा दिलाई जाए। अगर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ बनती कार्रवाई नहीं की तो पूरे पंजाब में वाल्मीकि समाज की ओर से पंजाब पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा।
डीआईजी चहल ने कहा है कि थाना बहाववाला पुलिस द्वारा इस मामले में दर्ज की गई एफआईआर में शिव लाल डोडा या उनके भतीजे अमित डोडा का नाम शामिल नहीं है, लेकिन बयानकर्ता ने दी शिकायत में कई लोगों के नाम लिखे हैं।
शिकायत में यह भी लिखा है कि यह पूरी घटना शिव लाल डोडा या अमित डोडा के इशारे पर हुई है। इस पर वे गंभीरता से जांच कर रहे हैं। चहल ने कहा है कि मृतक भीम टांक और घायल गुरजंट सिंह सहित पीड़ित व शिकायतकर्ता दोनों पक्षों पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
डोडा के फार्महाउस में हुई घटना के बारे में स्पष्ट करते हुए चहल ने कहा कि मृतक भीम पिछले काफी समय तक डोडा एंड कंपनी के साथ काम करता रहा है और इसी कारण उनके फार्म हाउस में उसका काफी आना-जाना था।
पहले से चल रहे किसी झगड़े का राजीनामा करवाने के लिए दोनों पार्टियों को नियत स्थान पर बुलाया गया था और वहां आरोपी पीड़ितों को बातों-बातों में काफी दूर ले गए जहां उन्हें तेजधार हथियारों से बुरी तरह से घायल किया। आरोपी और पीड़ित पार्टियों में सभी जातियों के लोग शामिल हैं ऐसे में यह कोई जातीय घटना नहीं है।