रूस-यूक्रेन के युद्ध पर भारत के तटस्थ रहने के पीछे प्रधानमंत्री मोदी ने बतायी ये बड़ी वजह
नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध (Russia Ukraine War) को लेकर शांति और निरंतर बातचीत के लिए अपील करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने बताया कि आखिर क्यों भारत (India) ने इस संघर्ष में तटस्थ रूख अपनाया हुआ है. पीएम मोदी (PM Modi) ने गुरुवार को कहा कि युद्ध (War) में शामिल देशों के साथ भारत (India) का आर्थिक, सुरक्षा-वार, शिक्षा-वार और राजनीतिक रूप से संबंध है. भारत की कई जरूरतें इन देशों से जुड़ी हुई हैं. यह बात उन्होंने नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (BJP) मुख्यालय में पार्टी के कार्यकर्ता को संबोधित करते हुए कहीं.
वे भारतीय जनता पार्टी को विधानसभा चुनावों में मिली जीत के अवसर पर विजय भाषण दे रहे थे. भाजपा उत्तर प्रदेश, गोवा, मणिपुर और उत्तराखंड में एक अभूतपूर्व दूसरे कार्यकाल के लिए प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में लौटने के लिए तैयार है. रूस-यूक्रेन युद्ध में भारत की तटस्थता की व्याख्या करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि भारत के दोनों देशों के साथ संबंध हैं. भारत दोनों से शांति और निरंतर बातचीत की अपील करता है. वर्तमान युद्ध दुनिया भर में हर देश को प्रभावित कर रहा है. भारत शांति के पक्ष में है और आशा करता है कि सभी समस्याएं को विचार-विमर्श के साथ हल किया जाएगा. इससे पहले, भारत और 34 अन्य देश, संयुक्त राष्ट्र महासभा के उस प्रस्ताव से दूर रहे, जिसमें रूस की यूक्रेन के खिलाफ कार्रवाई पर उसकी सेना के लिए निंदा की गई थी. भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भी जनरल असेंबली के आह्वान के लिए प्रक्रियात्मक वोट से भी परहेज किया था.