नई दिल्ली: उत्तराखंड विधान सभा चुनावों में पूर्ण बहुमत के साथ बीजेपी आई और कांग्रेस बुरी तरह हारी तो कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष हरीश रावत पर उनकी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता तीखे कटाक्ष कर रहे हैं. इतना ही नहीं, उन पर पद और पार्टी टिकट बेचने का आरोप अत्यधिक गंभीर हैं.
इस बात से आहत पूर्व सीएम और वर्तमान में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने सोशल मीडिया पर अपनी पीड़ा जाहिर की है और फेसबुक पर इस बारे में लिखा. फेसबुक में कही गई बात को ही उन्होंने ट्वीट भी कर दिया. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष हरीश रावत ने कहा, ” पद और पार्टी टिकट बेचने का आरोप अत्यधिक गंभीर है. यदि वह आरोप एक ऐसे व्यक्ति पर लगाया जा रहा हो, जो मुख्यमंत्री रहा है, जो पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष रहा है, जो पार्टी का महासचिव रहा है और कांग्रेस कार्यसमिति का सदस्य है.
वहीं, आरोप लगाने वाला व्यक्ति भी गंभीर पद पर विद्यमान व्यक्ति हो और उस व्यक्ति द्वारा लगाये गये आरोप को एक अत्यधिक महत्वपूर्ण पद पर विद्यमान व्यक्ति व उसके सपोटर्स द्वारा प्रचारित-प्रसारित करवाया जा रहा हो, तो यह आरोप और भी गंभीर हो जाता है. यह आरोप मुझ पर लगाया गया है. मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि कांग्रेस पार्टी मेरे पर लगे इस आरोप के आलोक में मुझे पार्टी से निष्कासित करे. होली बुराईयों के समन का एक उचित उत्सव है, होलिका दहन और Harish Rawat रूपी बुराई का भी इस होलिका में कांग्रेस को दहन कर देना चाहिए. ”
उत्तराखंड में बुरी तरह हारी कांग्रेस
बता दें कि उत्तराखंड में विधान सभा की 70 सीटों में से कांग्रेस को सिर्फ 19 सीट ही मिल पाईं तो वहीं बीजेपी ने 47 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत की सरकार का मार्ग प्रशस्त किया है. वहीं अन्य के खाते में 4 सीटें गई हैं. उत्तराखंड की बुरी हार पर पूर्व सीएम और वर्तमान कांग्रेस अध्यक्ष हरीश रावत सीधे निशाने पर आ गए और उन पर पद और पार्टी टिकट बेचने के गंभीर आरोप लग गए.