ऊर्जा मंत्री के इलाके में हो रही बिजली कटौती, विपक्ष ने कहा, चर्चा के लिए बुुलाया जाए विशेष सत्र
ग्वालियर। इस समय देश में भीषण गर्मी का दौर चल हा है । एक तरफ जहां लोग गर्मी से परेशान हो रहे तो उपर से बिजली कटौती (power cut) लोगों को जीना दुश्वार कर रही है। सबसे ज्यादा परेशानी मध्यप्रदेश के ग्रामीण इलाकों में (More trouble in rural areas of Madhya Pradesh) देखने को मिल रही है। कटौती को देखते हुए कांग्रेस भी हमलावर हो गई है।
मध्य प्रदेश के पूर्व ऊर्जा मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक प्रियव्रत सिंह ने प्रदेश की भयंकर बिजली संकट के लिए भाजपा की शिवराज सिंह चौहान नीत सरकार को जिम्मेदार बताते हुए आरोप लगाया कि ग्रामीण इलाकों में रोजाना सात-आठ घंटे की बिजली कटौती हो रही है, हालांकि कोयले की कमी के चलते मध्य प्रदेश में बिजली संकट गहराने लगा है। इस संकट के चलते कई इलाकों में जनता बिजली कटौती की मार झेल रही है।
यहां तम कि खुद ऊर्जा मंत्री प्रधुम्न सिंह तोमर के इलाके में ही रोजाना चार घंटे की घोषित और एक से 2 घंटे अघोषित कटौती हो रही है। उधर बिजली संकट को लेकर विपक्ष ने भी सरकार को घेरना शरू कर दिया। नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने विधानसभा में विशेष सत्र बुलाकर बिजली संकट पर चर्चा करने की मांग की है।
विदित हो कि बिजली संकट के चलते इन दिनों ग्वालियर चंबल सहित प्रदेश के कई इलाकों में कटौती हो रही है। ऊर्जा मंत्री प्रधुम्न सिंह तोमर के गृहनगर और विधानसभा क्षेत्र में भीषण गर्मी के दौर में मेन्टेन्स के नाम पर कई घटों की घोषित और कुछ घंटों की अघोषित कटौती हो रही है। दरअसल, यहां गर्मी में लोड बढ़ने के चलते खपत बढ़ गई है। इन हालातों में बिजली विभाग मेन्टेन्स के बहाने कटौती कर रहा है। वहीं, लोग रात में होने वाली अघोषित कटौती से हलाकान हो रहे हैं।