167 रुपये रोज कमाने वाला माना जाएगा अत्यंत गरीब, वर्ल्ड बैंक ने बनाया नया मानक
नई दिल्ली : विश्व बैंक ने अब अत्यंत गरीब के लिए नया मानक स्थापित कर दिया है।अब अगर कोई व्यक्ति प्रतिदिन 167 (2.15 डॉलर) रुपये से कम कमाता है तो वह अत्यंत गरीब माना जाएगा। बता दें कि विश्व बैंक समय-समय पर आंकड़ों को महंगाई, जीवन-यापन के खर्च में वृद्धि समेत कई मानकों के आधार पर अत्यंत गरीबी रेखा में बदलाव करता रहता है।
यूक्रेन-रूस के बीच चल रहे संघर्ष के चलते दुनियाभर में महंगाई बढ़ी है। इस बीच कई चीजें बदल गई हैं। हालांकि मौजूदा समय में वर्ष 2015 के आंकड़ों के आधार पर आकलन होता है। विश्व बैंक यह नया मानक इस साल के अंत तक लागू करेगा।
विश्व बैंक पॉलिसी की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि भारत में आठ साल में 12.3 फीसदी की गिरावट आई है। शहरी क्षेत्रों के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी तेजी से कम हुई है। इसकी जानकारी विश्व बैंक पॉलिसी रिसर्च के वर्किंग पेपर में दी गई थी। इसमें कहा गया था कि भारत ने चरम गरीबी को लगभग समाप्त कर लिया है। इसके साथ ही देश में 40 वर्षों में उपभोग असमानता अपने न्यूनतम स्तर पर है। साल 2011 में गरीबी की दर 22.5 फीसदी थी जो साल 2019 में 10.2 फीसदी पर पहुंच गई। रिपोर्ट के अनुसार भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी में अधिक कमी दर्ज की गई है।