बढ़ते विवाद पर सरकार का बड़ा निर्णय, भर्ती के लिए आयु सीमा बढाकर की 23 वर्ष
नई दिल्ली: अग्निपथ स्कीम पर बढ़ते विरोध को देखते हुए केंद्र सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है। सरकार ने इस स्कीम के तहत भर्ती होने वाले युवाओं की अधिकतम उम्र बढ़ाकर 21 से 23 वर्ष कर दी है। इस बात की जानकारी रक्षा मंत्रालय ने दी। सरकार के इस निर्णय पर चल रहे विरोध प्रदर्शन को समाप्त करने में बड़ी कामयाबी मिलेगी।
मंत्रालय ने ट्वीट करते हुए कहा, “सरकार अग्निपथ योजना के लिए ऊपरी आयु सीमा में 21 वर्ष से बढ़ाकर 23 वर्ष करने के लिए एकमुश्त छूट प्रदान करती है। पिछले दो वर्षों में कोई भर्ती नहीं होने के कारण यह निर्णय लिया गया है।”
अग्निपथ स्कीम की घोषणा के बाद से देश के कई राज्यों में जोरदार प्रदर्शन और हिंसा हुई थी। प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान सरकारी संपत्ति को खूब नुकसान पहुंचाया। आक्रोशित युवाओं ने कहा कि, कोरोना के कारण पिछले दो साल से सेना की भर्ती नहीं आई है, जिसके कारण हम सेना में शामिल नहीं हो सके। वहीं स्कीम में अधिकतम आयु 21 साल रखने से जिसकी उम्र निकल गई है वह कैसे इसमें शामिल हो पाएगा। इसी को देखते हुए सरकार ने भर्ती की अधिकतम उम्र २१ से 23 करने का निर्णय लिया गया है। हालांकि, यह बढ़ती उम्र केवल पहले वर्ष में होने वाली भर्ती पर लागू होगी।
अग्निपथ स्कीम को लेकर उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, बिहार और झारखंड में जोरदार प्रदर्शन और हिंसा हुई। हालांकि, सबसे ज्यादा प्रभावित बिहार रहा। जहां प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनों को निशाना बनाया और लूटपाट की। मुंगेर में उपद्रवियों ने खड़ी ट्रेन को आग के हवाले कर दिया। जिसमें तीन बोगी जलकर खाक हो गई। वहीं आरा रेलवे स्टेशन पर टिकट काउंटर पर हमला कर उसे लूट किया गया। इसी के साथ प्लेटफार्म में लगे खाने की दुकानों पर जानकर तोड़फोड़ और लूटपाट की गई।
इससे पहले आज, केंद्र ने अग्निपथ भर्ती योजना से संबंधित “मिथकों” को खारिज कर दिया और किसी भी गलत सूचना के प्रसार से बचने के लिए “तथ्यों” के साथ जवाब दिया। विपक्षी दलों द्वारा सशस्त्र बलों के लिए नई भर्ती योजना पर सवाल उठाने के साथ, सरकार ने कहा कि इसके निर्माण के लिए व्यापक विचार-विमर्श किया गया और सशस्त्र बलों और युवाओं के लिए नई भर्ती योजना के लाभों को सूचीबद्ध किया गया।
सरकार ने कहा कि यह फैलाया जा रहा है कि अग्निवीरों का भविष्य असुरक्षित होगा लेकिन तथ्य यह है कि उद्यमी बनने के इच्छुक लोगों को वित्तीय पैकेज और बैंक ऋण योजना मिलेगी। जो आगे अध्ययन करने की इच्छा रखते हैं उन्हें कक्षा 12 के प्रमाण पत्र के समकक्ष प्रमाण पत्र और आगे की पढ़ाई के लिए एक ब्रिजिंग कोर्स दिया जाएगा, जबकि जो लोग नौकरी प्राप्त करना चाहते हैं उन्हें केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) और राज्य पुलिस में प्राथमिकता दी जाएगी। . अन्य क्षेत्रों में भी उनके लिए कई रास्ते खोले जा रहे हैं।