नई दिल्ली: उड़ीसा के केंद्रपाड़ा जिले में महानदी में नाव के बह जाने के बाद हुए राहत बचाव कार्य से 70 लोगों को बचाया गया है। यह घटना महाकालपाड़ा में घटित हुई है। महाकालपाड़ा के मरीन पुलिस अधिकारी प्रकाश चंद्र साहू द्वारा बताया गया है कि इस घटना में कोई हताहत तो नहीं हुआ है लेकिन बड़ी दुर्घटना होने से प्रशासन ने बचा लिया।
स्थानीय प्रशासन द्वारा यह भी बताया गया है कि इस नाव को महानदी में जाने की अनुमति नहीं दी गई थी। बाढ़ और लगातार बारिश की स्थितियों के देखते हुए यह जरूरी समझा दिया था लेकिन उसके बावजूद ऐसा किया गया। स्पेशल रिलीफ कमिश्नर आरके जेना ने बताया है कि उड़ीसा के 10 जिलों के 1757 गांवों के 4.67 लाख नागरिक बाढ़ और अत्यधिक वर्षा के चलते गंभीर रूप से प्रभावित हैं। लेकिन राज्य सरकार , स्थानीय प्रशासन लोगों को सुरक्षा देने के लिए पूरी तरह मुस्तैदी से काम कर रही है।
महानदी का बेसिन छत्तीसगढ़ और ओडिशा राज्य से प्रमुख रूप से होते हुए झारखण्ड, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के छोटे छोटे हिस्सों से होते हुए बहती है। इसका क्षेत्रफल 1.4 लाख स्क्वायर किमी है। इसके उत्तर में मध्य भारत की पहाड़ियां हैं, दक्षिण में पूर्वी घाट हैं और पश्चिम में मैकाला श्रंखला है। महानदी की पूरी लम्बाई 900 किमी है।