अवैध निर्माण के खिलाफ बड़ा अभियान, विप्रो-प्रेस्टीज समेत कई बड़े नाम भी लिस्ट में शामिल
बेंगलुरू : बेंगलुरू में पिछले कुछ दिनों से बारिश के चलते जिस तरह से अलग-अलग इलाकों में जलभराव की स्थिति है उसकी एक बड़ी वजह है नालों पर अवैध निर्माण, उसपर कब्जा। यही वजह है कि प्रदेश सरकार ने बेंगलुरू में अवैध निर्माण और अतिक्रमण को हटाने का अभियान शुरू किया है। अहम बात यह है कि अतिक्रमण अभियान में हाई प्रोफाइल बिल्डर्स, डेवलपर्स, टेक पार्क तक के नाम शामिल हैं। तकरीबन 700 जगहों को चिन्हित किया गया है और इसकी लिस्ट तैयार की गई है जहां पर अतिक्रमण अभियान को हटाया जाएगा।
बीबीएमपी ने अतिमक्रमण विरोधी अभियान के लिए जो लिस्ट बनाई है उसमे विप्रो, प्रेस्टीज, इको स्पेस, बैगमेन टेक पार्क, कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल और दिव्यश्री विलास तक के नाम शामिल हैं। इन तमाम लोगों के नाम अतिक्रमण विरोधी अभियान में शामिल हैं। एक तरफ जहां अतिक्रमण अभियान तेजी से चल रहा है, उसमे आम लोगों के अतिक्रमण अभियान को पहले हटाया जा रहा है, लेकिन अभी तक हाई प्रोफाइल जगहों पर बुल्डोजर नहीं पहुंचा है।
हालांकि इंजीनियर्स का कहना है कि इन लोगों को भी नहीं छोड़ा जाएगा। जल्द ही इनके खिलाफ भी कार्रवाई शुरू होगी। हम एक के बाद एक जगह पर जा रहे हैं। एक अधिकारी ने बताया कि हम सभी अवैध निर्माण की जगह पर जा रहे हैं लेकिन जमीन पर इसमे देरी देखने को मिल रही है। अतिक्रमण अभियान को नालापेड एकेडमी ऑफ इंटरनेशनल स्कूल में भी चला, जोकि कांग्रेस नेता का स्कूल है। यह स्कूल युवा कांग्रेस अध्यक्ष मोहम्मद नालापड का है।
जब अधिकारियों से पूछा गया कि आखिर कैसे कांग्रेस नेता के इस स्कूल का अवैध निर्माण प्रशासन की नजर में नहीं आया तो चीफ इंजीनियर ने कहा इसके लिए राजस्व विभाग जिम्मेदार है। हमे पता नहीं था, यह राजस्व विभाग के अंतर्गत आता है। उन्हें इसे देखना चाहिए था। लेकिन अब हम अतिक्रमण को हटा रहे हैं। रिहायशी इलाकों में अवैध निर्माण को पिछले एक हफ्ते से चलाया जा रहा है, लेकिन अभी तक आधिकारिक आंकड़ा इस बाबत सामने नहीं आया है। पूर्वी बेंगलुरू में जब लोग अपने घरों में थे तो बाउंड्री की दीवारों को तोड़ दिया गया।