स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किया आदेश- विदेशों से आने वाले यात्रियों की एयरपोर्ट पर ही होगी टेस्टिंग
नई दिल्ली : चीन समेत कई देशों में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर केंद्र सरकार हरकत में आ गई है। गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कई बड़े फैसले लिए। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण की ओर से जारी आदेश के मुताबिक अब भारत पहुंचने वाली उडा़नों के कुल यात्रियों के 2 प्रतिशत लोगों की एयरपोर्ट पर ही टेस्टिंग की जाएगी। इसके साथ-साथ यह भी बताया गया है कि यात्रियों की टेस्टिंग किस आधार पर की जाएगी।
आदेश के मुताबिक, भारत पहुंचने वाले यात्रियों की टेस्टिंग के लिए सबसे पहले संबंधित एयरलाइनों की पहचान की जाएगी। इसमें यह भी देखा जाएगा कि विमान किस देश से भारत पहुंचा है। इसके बाद एयरपोर्ट पर ही दो फीसदी यात्रियों के नमूने लिए जाएंगे और उसके बाद एयरपोर्ट से जाने की अनुमति दी जाएगी। इसके बाद यदि यात्री की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो लैब की ओर से संबंधित राज्य या फिर केंद्र शासित प्रदेश के साथ जानकारी साझा की जाएगी। उसके बाद उचित कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। 24 दिसंबर, सुबह 10 बजे से यह आदेश अमल में आ जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि यदि यात्री की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो उनके नमूने को INSACOG प्रयोगशाला में जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा। नागरिक उड्डयन मंत्रालय को स्वास्थ्य सचिव का पत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चीन में बढ़ते कोविड-19 मामलों के मद्देनजर किसी भी स्थिति से निपटने के लिए भारत की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करने के बाद आया है।
तमिलनाडु, कर्नाटक, पंजाब, महाराष्ट्र, राजस्थान सहित कई राज्यों ने महामारी को लेकर एहतियाती उपायों की घोषणा की है जिसमें टेस्टिंग से लेकर जीनोम सिक्वेंसिंग और मास्क पहनना शामिल है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने संसद को बताया कि राज्यों को टेस्टिंग के साथ-साथ जीनोम सिक्वेंसिंग को बढ़ाने के लिए कहा गया है।