व्हाइट बॉल क्रिकेट के बाद टेस्ट में नंबर वन बनने पर टीम इंडिया की नजरें; कप्तान रोहित शर्मा चैलेंज के लिए तैयार
नई दिल्ली : भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने मंगलवार को स्वीकार किया कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अगले महीने से शुरू होने वाली चार टेस्ट मैचों की सीरीज आसान नहीं होगी, लेकिन कहा कि मेजबान टीम विश्व की नंबर एक टीम से भिड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है। भारत ने श्रीलंका को वनडे सीरीज में 3-0 से हराने के बाद न्यूजीलैंड को इसी अंतर से पराजित किया। उसने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरा और अंतिम मैच 90 रन से जीता।
रोहित ने मैच के बाद कहा,” ईमानदारी से कहूं तो हम रैंकिंग को लेकर बहुत अधिक बात नहीं करते। यह मैच जीतने से जुड़ा है और जब हम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच खेलेंगे तो हमारा रवैया अलग नहीं होगा। यह आसान चुनौती नहीं होगी लेकिन हम उसके लिए तैयार हैं।”
उन्होंने कहा,” पिछले छह वनडे मैच में हमने सभी विभागों में अच्छा प्रदर्शन किया। बल्ले और गेंद से हमने निरंतरता बनाए रखी।” भारत ने मोहम्मद सिराज और मोहम्मद शमी की तेज गेंदबाजी जोड़ी को विश्राम दिया था और उनकी जगह यजुवेंद्र चहल और उमरान मलिक को अंतिम एकादश में रखा था। रोहित ने कहा कि नौ विकेट पर 385 रन बनाने के बावजूद बल्लेबाजी के लिए अनुकूल विकेट पर जीत को सुनिश्चित नहीं माना जा सकता था। न्यूजीलैंड की टीम 41.2 ओवर में 295 रन पर आउट हो गई थी।
रोहित ने कहा, ”सिराज और शमी के बिना हम दूसरे खिलाड़ियों को मौका देना चाहते थे। हम चहल और मलिक को टीम में रखना चाहते थे और उन्हें दबाव वाली परिस्थितियों से गुजरने का मौका देना चाहते थे। हमने अच्छा स्कोर खड़ा किया था लेकिन इस मैदान पर आप कोई भी स्कोर सुरक्षित नहीं मान सकते।” न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लैथम ने कहा कि भले ही सीरीज में उन्हें क्लीनस्वीप का सामना करना पड़ा लेकिन ये तीन मैच उनके युवा खिलाड़ियों के लिए सीखने की दृष्टि से अच्छा अनुभव रहे।
लैथम ने कहा,” गेंदबाजी में हमारी शुरुआत अच्छी नहीं रही लेकिन बाद में हमने अच्छा प्रदर्शन किया और उनको 380 रन के आसपास ही रोक दिया। सुनने में भले ही अच्छा नहीं लग रहा हो लेकिन सच्चाई यही है। इसके बाद बल्लेबाजी में हम लगभग 40 ओवर में आउट हो गए जो कि अच्छा नहीं रहा।” उन्होंने कहा,” यह विश्वकप से पहले भारत में हमारा आखिरी अनुभव है और हमारे खिलाड़ियों को इन मैचों में भारत में खेलने का अनुभव मिला। उम्मीद है कि अक्टूबर में विश्वकप में हमें इसका फायदा मिलेगा।”