पैगंबर विवाद के बीच जब भारत दौरे पर आए ईरानी विदेश मंत्री, कैसे रिश्तों में बढ़ गया था तनाव!
नई दिल्ली: ईरान के विदेश मंत्री हुसैन आमिर अब्दुल्लाहियान ने अगले महीने होने वाला अपना भारत दौरा रद्द कर दिया है। इससे पहले जब वह भारत आए थे तो ‘पैगंबर विवाद’ काफी बढ़ गया था। बात पिछले साल जून की है। अपनी पहली भारत यात्रा पर आए आमिर अब्दुल्लाहियन ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ भाजपा के दो पूर्व प्रवक्ताओं की विवादास्पद टिप्पणी का मामला उठाया था। उन्होंने इन टिप्पणियों से बने ‘नकारात्मक माहौल’ के बारे में बात की थी। हालांकि, बाद में ईरानी विदेश मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर रीडआउट से उनके कुछ बयानों को हटा दिया था।
पैगंबर मोहम्मद पर की गई विवादास्पद टिप्पणी के मामले में अरब देशों की तीखी प्रतिक्रिया आई थी। विवादित बयान को लेकर कुवैत, कतर के साथ ईरान ने भी भारतीय राजदूत को तलब कर विरोध दर्ज कराया था। इस विवाद के बीच इस्लामिक सहयोग संगठन के किसी सदस्य देश के वरिष्ठ मंत्री की यह पहली भारत यात्रा थी। वहीं, भारत ने इस मुद्दे पर इस्लामिक देशों के संगठन (ओआईसी) की टिप्पणियों को सिरे से खारिज कर दिया था। मालूम हो कि खाड़ी क्षेत्र में ईरान भारत के लिए एक महत्वपूर्ण देश है।
रायसीना डायलॉग का हिस्सा बनने आने वाले थे विदेश मंत्री
ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ORF) और विदेश मंत्रालय की ओर से आयोजित होने वाले वार्षिक सम्मेलन रायसीना डायलॉग में भाग लेने के लिए आमिर-अब्दुल्लाहियान इस साल भारत आने वाले थे। हालांकि, इस संभावित यात्रा के बारे में भारत या ईरान की ओर से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई थी। माना जा रहा था कि 2-4 मार्च के दौरान नई दिल्ली में होने वाले कार्यक्रम में अब्दुल्लाहियन हिस्सा लेंगे जहां कई देशों से समकक्षों से उनकी मुलाकात होगी।
वीडियो क्लिप को लेकर बिगड़ गई बात
रिपोर्ट के मुताबिक, एक वीडियो को लेकर तेहरान परेशान हो गया और विदेश मंत्री की अगले महीने होने वाली भारत यात्रा को रद्द करने के लिए मजबूर होना पड़ा। रायसीना डायलॉग का प्रमोशनल वीडियो करीब एक महीने पहले ही जारी किया गया था, जिसमें 2023 के इस इवेंट के एडिशन की घोषणा की गई थी। 2 मिनट से भी छोटे क्लिप में, केवल दो सेकंड के शॉट में ईरानी राष्ट्रपति की एक तस्वीर के साथ विरोध में ईरानी महिलाओं के बाल काटते दिखाया गया है। इस क्लिप ने ईरानी दूतावास को नाराज कर दिया जो विदेश मंत्री आमिर-अब्दुल्लाहियान की भारत यात्रा की तैयारी कर रहा था।
जानें ईरान को लेकर क्यों खड़ा हुआ यह पूरा विवाद
ईरान में महीनों से जारी अशांति के बीच पिछले सप्ताह के दौरान प्रदर्शनों में चौतरफा तेजी आई है, जिसने इस्लामिक गणराज्य को झकझोर कर रख दिया है। इन प्रदर्शनों के वीडियो शुक्रवार को ऑनलाइन सामने आए जिसमें लोग विरोध प्रदर्शन करते दिख रहे हैं। प्रदर्शन के आरोपों में 2 लोगों को मृत्युदंड देने के ईरान के फैसले के 40 दिन पूरे होने पर कई शहरों में विरोध तेज हो गए, जो देश में बढ़ते आक्रोश को दर्शाता है। पिछले साल 16 सितंबर को 22 वर्षीय महसा अमीनी की नैतिक पुलिस की ओर से गिरफ्तारी के बाद प्रदर्शन शुरू हुआ। यह 1979 में इस्लामिक क्रांति के बाद से ईरान की धर्म आधारित सरकार के लिए गंभीर चुनौती बन गया है। हालांकि, भारत ने इस विरोध-प्रदर्शन पर कभी भी कोई टिप्पणी नहीं की।