बरेली जेल में बना उमेश पाल मर्डर प्लान, प्रयागराज शूट आउट का अशरफ ने बनाया नेटवर्क
प्रयागराज : माफिया अतीक अहमद के बरेली जेल में रहने के दौरान उसके भाई अशरफ ने अपने साले सद्दाम के साथ पीलीभीत रोड स्थित फाइक इंक्लेव में दो कोठियां किराये पर ली थीं। इन कोठियों में अशरफ का आना जाना था और यहां रहने के दौरान स्थानीय बदमाशों से भी उसने मेलजोल बढ़ाया। अब एसटीएफ उसके इस नेटवर्क की पड़ताल करने में जुटी है।
प्रयागराज में बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह अधिवक्ता उमेश पाल और उनके सुरक्षाकर्मी की हत्या में नामजद माफिया अतीक अहमद का भाई अशरफ बरेली जिला जेल में बंद है। उसे प्रयागराज के नैनी जेल से ट्रांसफर करके यहां भेजा गया था। प्रयागराज कांड में अशरफ का नाम आने के बाद एसटीएफ अब बरेली में भी उसका नेटवर्क खंगालने में जुटी है। इस दौरान सामने आया है कि जब अतीक अहमद बरेली जेल में बंद था तो अशरफ ने अपने साले सद्दाम के साथ बरेली में डेरा डाल दिया था। यहां वह पीलीभीत बाईपास स्थित फाइक इंक्लेव में दो कोठियां किराये पर लेकर रहता था। अतीक के जाने के बाद एक कोठी छोड़ दी गई लेकिन दूसरी में अशरफ के साले का आना जाना जारी रहा। इसके बाद अशरफ को बरेली जेल में भेज दिया गया। इसी वजह से यह कोठी अब भी उसके गुर्गों के पास ही बताई जा रही है। चर्चा है कि उसके साले और गुर्गों का अब भी यहां आना-जाना है।
यहां रहने के दौरान अशरफ और उसके गुर्गों ने स्थानीय दबंगों से भी संपर्क बनाया। वे लोग उसकी कोठी पर लगातार आते-जाते थे और कुछ लोगों के घर उसका भी आना जाना था। यह जानकारी मिलने के बाद एसटीएफ अब इनकी जानकारी जुटाने में लग गई है। लोगों का कहना है कि अशरफ के साले सद्दाम ने पिछले दिनों बरेली में कई प्रापर्टी देखकर उन्हें खरीदने की बात की थी। चर्चा है कि उसने इनमें से कुछ प्रॉपर्टी में रकम भी लगाई है, लेकिन इसकी कोई सटीक पुष्टि नहीं हुई है। एसटीएफ इसके बारे में भी जानकारी जुटा रही है।
वहीं, जिला जेल में बंद अशरफ की हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। हाई सिक्योरिटी बैरक में ही उसे कड़ी निगरानी में रखा गया है। प्रयागराज कांड के बाद कोई बाहरी व्यक्ति से उससे मुलाकात करने भी नहीं पहुंचा है। जिला जेल के वरिष्ठ अधीक्षक राजीव शुक्ला ने बताया कि अशरफ से मुलाकात करने वालों का डाटा भी उच्च अधिकारियों को भेज दिया गया है।