इंफाल. मणिपुर (Manipur) में हिंसा प्रभावित इंफाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक वुंगजागिन वाल्टे (BJP MLA Vungzagin Valte) पर प्रदर्शनकारियों ने हमला कर दिया। उन्हें एयरलिफ्ट कर राज्य से बाहर ले जाया गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह जानकारी स्थानीय पुलिस ने दी।
डीजीपी पी डोंगल ने बताया, “भाजपा विधायक वुंगजागिन वाल्टे पर प्रदर्शनकारियों ने हमला किया और उन्हें अस्पताल ले जाया गया। उन्हें (वुंगजागिन वाल्टे) राज्य से बाहर एयरलिफ्ट किया गया है। उनकी हालत स्थिर है। हमें सख्त आदेश मिला है कि अगर कोई गलती करता है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। सेना को फ्लैग मार्च के आदेश मिले हैं।”
डोंगल ने बताया, “करीब दो-तीन दिन पहले तो स्थिति काफी खराब थी। पुलिस के बेहतर समन्वय के लिए सीआरपीएफ, बीएसएफ सहित कई बल आ रहे हैं। राज्य ने एक सुरक्षा सलाहकार नामित किया है।” वहीं, भारतीय सेना के अनुसार कुल लगभग 13,000 नागरिकों को बचाया गया है और वर्तमान में कंपनी ऑपरेटिंग बेस और आर्मी गैरीसन के भीतर विशेष रूप से इस उद्देश्य के लिए बनाई गई विभिन्न तदर्थ बोर्डिंग सुविधाओं में रह रहे हैं। सेना द्वारा मणिपुर में जल्द से जल्द कानून व्यवस्था बहाल करने की दिशा में काम किया जा रहा है।
एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि सेना ने चुराचांदपुर, मोरेह, काकचिंग और कांगपोकपी जिलों को अपने नियंत्रण में ले लिया है। वहीं, केन्द्र सरकार ने मणिपुर में हिंसा को देखते हुए सीआरपीएफ और बीएसएफ सहित केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की और 20 कंपनियों को रवाना किया है। गौरतलब है कि सुबह, घाटी के आसपास के पहाड़ी जिलों से सुरक्षाबलों और उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ की खबरें आ रही थीं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि चुराचांदपुर जिले के कांगवई, पड़ोसी बिष्णुपुर जिले के पश्चिमी पहाड़ी इलाके फौगाकचाओ और इंफाल पूर्वी जिले के दोलाईथाबी और पुखाओ में जातीय हिंसा में शामिल हुए उग्रवादी समूहों और सुरक्षाबलों के बीच रुक-रुककर मुठभेड़ होने की सूचना है। उन्होंने कहा कि हालांकि, फिलहाल यह नहीं पता चल सका है कि दोनों पक्षों में कोई हताहत हुआ है या नहीं। एक रक्षा अधिकारी ने बताया कि मणिपुर में सेना और असम राइफल्स के करीब 10,000 जवान तैनात किए गए हैं।